Likh Kar Paas Rakhne Ki Roji Ki Dua | Darood Sharif Likhne Ki Fazilat

 दोस्तो में आप को likh kar paas rakhne ki roji ki dua बता रहा हु हम सब की तमन्ना होती है के हमारी मगफिरत हो जाए और हमारी रोजी में बरकत हो जाए तो दोस्तो आज में आप के लिए hazart moulana yunus sahab Palanpuri ki dua लेकर आप की खिदमत में हाजिर हुआ हूं बस आप को सिर्फ इस दुआ को लिखना है और इसे अपने पास रखना है इंशा अल्लाह इस अमल की बरकत से आप को फरिश्तों की मगफिरत की दुआ मिलेगी और आप की रोजी और माल में बरकत होगी तो चलिए जानते है के हजरत हमे क्या सीखाते है के रोजी में बरकत के लिए क्या पढ़ना चाहिए?

likh kar paas rakhne ki roji ki dua

Likh Kar Paas Rakhne Ki Roji Ki Dua 

दोस्तो हजरत molana yunus palanpuri ka bayan में हजरत इस बारे में तफसील से बताते है जिसका कुछ हिस्सा में इस ब्लोग पोस्ट में आप के सामने नकल कर रहा हु ये लिखे हुए अल्फाज़ तो मेरे है लेकिन बात हजरत की है जो उन्हों ने अपने एक बयान में बताई थी वो इस तरह है.

Hazrat Abu Huraira Ki Hadees

हजरत अबू हुरैरा रज़ियल्लाहु से रिवायट है के hazrat muhammad sallallahu alaihi wasallam ने इरशाद फरमाया जिस शख़्स ने किसी किताब में मुझ पर दुरुद शरीफ लिखा तो जब तक मेरा नाम उस किताब मे बाकी रहेगा तो फरिश्ते उस दुरुद को लिखने वाले लिए मूसल सल दुआ ए मगफीरत करते रहेंगे.

(tabrani hadees)

ये हदीस तबरानी में है और मारी किताब गुलदस्ता ए मगफिरत पेज नंबर 117 पर भी है अब उसकी तसरीह मुख्तसर सुन लीजिए हदीस का मुहद्दिसिन के यहां जो मकाम है वो बात अलग है लेकिन फ़जाइल में ये हदीस कई किताबो में आई है 

Durood Sharif Ko Likh Kar Rakhne Ke Fayde

दोस्तो कोई भी दुरुद आप लिख कर अपने पास रख लीजिए किताब का मतलब ये नही है के आप कोई मोती किताब लिखखे और उसमे कोई durud shareef आप लिखे वो तो एक ऊंचा मकाम है किसी किताब को लिखना लेकिन हर आदमी या औरत किताब नहीं लिख सकती 

आप अपने हाथ से कोई भी durood shareef छोटा सा sallallahu alan nabiyyil ummiyyi या फिर sallallahu ala muhammad sallallahu alaihi wasallam या फिर durood E ibrahimi या जोभी durud shareef आप को आता हो आप को याद हो वो लिख के रख लीजिए.

Hath Se Durood Sharif Likhne Ke Fayde

यानी आप अपने हाथ से दुरुद शरीफ लिख कर अपने पास रख लीजिए अगर आप अपने पास लिख कर न रख सके या आप के घर में लिखा हुआ है कहने का मतलब यह है के आप अपने हाथ से durud shareef को लिखिए ये नही के किसी और से लिखवाए के आप मेरे लिए लिख दो ना आप लिखे और दुरुद शरीफ को लिखने में ज्यादा देर भी नही लगती.

तो जब तक आप के घर में या आप के पास दुरुद शरीफ लिखा हुआ रहेगा फरिश्ते आप के लिए दुआ ए मगफिरत करते रहेंगे आप शॉर्ट में दुरुद शरिफ न लिखे जब भी हुजूर का नाम आए पूरा दुरुद शरीफ लिखने का मामुल बनाए.

इस दुरुद शरीफ को लिख कर पास रखने से फरिश्ते की दुआ मिलेगी और माल कारोबार पेसो में बरकत भी होगी तो आप इस दुआ को लिख कर पर्स में रख लीजिए फिर दुआ भी मिलेगी और बरकत भी होगी और माल भी मिलेगा.

दोस्तों बहुत आसान और मुख्तार सा अमल हजरत ने हमे बताया है जिसे हर कोई कर सकता है तो आप खुद भी अमल करे और अपने जान पहचान वाले सभी दोस्तो और रिश्तेदारों को इस ब्लॉग पोस्ट को शेयर जरूर करे जिसे उन तक भी deen ki baatein पहुंचे और वो भी अमल कर सकें.

Cancluan 

दोस्तों likh kar paas rakhne ki roji ki dua हमने आज की पोस्ट में सीखी जिसने हजरत ने अपने हाथ से दुरुद शरीफ को लिख कर अपने पास या अपने पर्स में रखने के फायदे बताए वो भी हदीस की रोशनी में उम्मीद करता हु आप को समझ में आ गया होगा अगर आप का कोई भी सवाल है तो हमे कमेंट कर के पूछ सकते है और इस्लामिक पोस्ट को पढ़ने के लिए deen sikho ब्लॉग को फॉलो कर सकते है.


एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने