Ramzan Ki Fazilat In Hindi | Ramzan Ki Fazilat

दोस्तो आज हम ramzan ki fazilat in hindi में इस islamic Post में सीखेंगे रमजान मुबारक islamic calendar 2024 का नव वा महीना है और मुसलमानों के लिए बरकतों और रहमतों का महीना है , ये एक ऐसा रूहानी सफर है जो इमान वालो को taqwa और sabar और shukar और हमदर्दी की तालीम देता है तो दोस्तो ये mahe ramzan ki fazilat क्या है इसे आज की इस blog post में सीखेंगे तो चलो आज की islamic post को अल्लाह का नाम लेकर आज की पोस्ट को शुरु करते है.

Ramzan Ki Fazilat In hindi

Ramzan Ki Fazilat In Hindi | Ramzan Ki Fazilat

ramzan mubarak की एहमियत और ramzan ki fazilat कुरान मजीद और hadees Sharif में बयान की गई है और इसी महीने में मुसलमानो को allah tala के साथ अपना ताल्लुक को मजबूत जोड़ने और अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने का मौका मिलता है.


दोस्तो ये islamic blog ramzan mubarak ki ahmiyat और ramzan ki fazilat पर आप को इस islamic post में तफसील से पढ़ने को मिलेगा और इस ramzan mubarak के महीने के दौरान iman वालो की क्या जिम्मेदारी है और क्या काम करने है इस पर तफसील से रोशनी डाली है तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़े और अमल करते हुए अपने दोस्तो को shere जरूर करे.


दोस्तो ramzan mubarak की एहमियत और फजीलत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है के quran shareef में अल्लाह ने रमजान मुबारक के महीने का बार बार जीकर किया है और इस महीने को फजीलत वाला और मुबारक महीना करार दिया है.


Quran Sharif Kab Nazil Hua | Quran Sharif Kab Nazil Hua Tha


रमजान मुबारक का महीना इस लिहाज से भी अहम है के इसमें quran mazid का आसमान से उतरना शुरू हुआ huzur sallallahu alaihi wasallam को पहली वही इसी रमज़ान के महीने में शुरू हुई थी इसके बाद 23 साल में quran Sarif का आसमान से दुनिया में उतरना मुकम्मल हुआ ,इस लिए इस रमजान के महीने में quran Sarif की तिलावत पर खास तवज्जू दी जाती है और इस महीने में ज्यादा से ज्यादा वक्त कुरान शरीफ की तिलावत में खर्च किया जाता है.

Ramzan ki Fazilat

Taqwa Meaning In Hindi


Taqwa कहते है अल्लाह का दर,अल्लाह की अजमत और अल्लाह की मुहोब्बत को अपने दिल में जगह देना और हर वक्त ये ख्याल रखना के मेरा अल्लाह मुझे देख रहा हैं इस खयाल के साथ अपने आप को गुनाहों से बचाना इसे taqwa कहते है 


Ramzan mubarak का महीना मुसलमानो को taqwa की तालीम देता है इस महीने में रोजो के जरिए मुसलमान अपने नफ्स पर काबू पाता है और अल्लाह की हराम की हुई चीजों से बचता है इनसे उनका iman मजबूत होता है और अल्लाह की फरमा बरदारी और गुनाहों से बचने के नतीजे में मुसलमान अल्लाह के करीब हो जाता है इस लिए अपने अंदर taqwa को पैदा करने के लिए रमज़ान के महीने को खास दखल है.


Sabar Shukar In Hindi | Sabar Shukar Quotes


sabar aur shukar ये ऐसी दौलत है जिसको भी मिल जाए वो बड़ा खुश नसीब बंदा बन जाता है क्युकी मुसीबत आती है तो sabar करता है और दुख और परेशानी आती है तो shukar करता है ,इस लिए रमजान के महीने को सबर और शुक्र से खास ताल्लुक है क्यूंकि रमजान का महीना मुसलमानो को sabar our shukar का सबक देता है रमज़ान में रोजे के दौरान भूख प्यास को बर्दास्त करना और दूसरी तकलीफ और परेशानी को बर्दास्त करना मुसलमानो को sabar our shukar का आदि बनाता है और अल्लाह को राजी करने के लिए allah ki nemat पर शुक्र करता है और तकलीफ पर सबर करता है तो मुसलमान के iman में इजाफा होता है और allah ki rehmat के करीब पहुंच जाता है.

Ramzan Ki Fazilat In hindi


Garibo Ki Madad Kaise Kare


रमजान के महीने में अपने समाज के लोगो का भी खयाल रखा जाता है अपने महोल्ले में आस पास रहने वाले garbo ki madad Karo, जो जकात के हकदार है उनको जकात दे,और उनको रमज़ान में इस्तेमाल होने वाला सामान दिलवाए और iftar में उनको हमारे साथ सामिल करे और अगर वो काम करते है तो उनके काम के बोझ को हल्का करे 


इस लिए रमजान का महीना मुसलमानो मे गरीबों और मिश्किनो की हमदर्दी के जज्बे में इजाफा करता है jakat और sadqat का फरीजा भी इसी महीने में ज्यादा अदा किया जाता है गरीबों और मिश्किनो की मदद की जा सके इस नियत से मुसलमान अपने माल का एक हिस्सा गरीबों और मिश्किनो में रमज़ान के महीने में तकसीम करता है


Ramzan Ki Fazilat Hadees | Hadees Ramzan K Fazilat


दोस्तो अब ramzan ki Fazilat को Hadees ki roshni में सीखते है 


1.abu hurairah radhiyallahu anhu से रिवायत है के allah ke rasool ne farmaya के रमज़ान मुबारक एक मुबारक महीना है जिसमे allah tala ने रोजे फर्ज किए है, इस महीने में आसमान के दरवाजे खुले होते है और जहन्नम के दरवाजे बंध हो जाते है, और दैतान को कैद कर दिया जाता है इस महीने में allah tala एक बंदे के हर कदम पर इसकी दर्जा बंदी बढ़ाता है और रोजे दार के लिए दो फरिश्ते मुकर्रर होते है, जो इसके लिए istagfar करते रहते हैं जब तक वो इफ्तार न करे.

(sahi bukhari shareef)


2.abu hurairah radhiyallahu anhu से रिवायत है के allah ke rasool ne farmaya जो शख्स रमज़ान मुबारक के पाबंदी से रोजे रक्खे, और इसके अंदर सिर्क न करे तो उसके पिछले गुनाह माफ कर दिए जाते है.

(sahih muslim | sahih muslim in hindi)


3. हजरत abu hurairah radhiyallahu anhu से रिवायत है के allah ke rasool ne farmaya रमजान मुबारक की एक रात इसी है जो हजार महीनो से भी बेहतर है जो शख्स allah tala की रजा के लिए उस रात कयाम करे तो उसके सारे गुनाह माफ कर दिए जाते है और उसे कयामत के दीन नूर की रोशनी हाशिल होगी.

(sahi bukhari shareef)


Ramzan Me Kya Karna Chahiye ?

उम्मुल मोअमिनीन हजरत आयशा र.अ अल्लाह होटल के नबी सल्ललाहु अलैहि वसल्लम रमजान मुबारक में तीन बातों का एहतेमाम फरमाते थे


1. एक तो यह के नबी सल्ललाहु अलैहि वसल्लम रमजान मुबारक में दुआओं में बहुत ज्यादा वक्त गुजारते थे और बहुत ज्यादा गिरिया जारी से दुआ करते थे.


2. और दूसरी बातें के नबी सल्ललाहु अलैहि वसल्लम इबादत में बहुत ज्यादा मुजाहिदा फरमाते थे.


3. और तीसरी बात यह के नबी सल्ललाहु अलैहि वसल्लम अल्लाह ताला के रास्ते में माल इस तरह खर्च करते थे जिस तरह भागने वाला कोई घोड़ा होता है


Ramzan Mubarak Ki Fazilat | Mahe Ramzan Ki Fazilat 


 दोस्तो Ramzan Mubarak Ki Fazilat बेशुमार है Hadees Sarif में इस महीने की बहुत सारी खुसुसियात बयान की गई है जिसमे से कुछ यहां लिखने की कोशिश करता हु 


Gunaho Ki Maafi Ki Dua | Sare Gunah Maaf Karne Ki Dua


اللَّهُمَّ سَلِّ عَلّى سَيِّدِنَا وَمُوْلِانَا مُحَمَّدٍ وُعَلّى عالِهِ وَسَلَّمْ


allah ke rasool ne farmaya जो शख्स ये durud sharif पढ़ेगा अगर खड़ा होगा तो बैठने से पहले और बैठा होगा तो खड़े होने से पहले उसके गुनाह माफ कर दिए जाएंगे insha allah


रमजान के मुबारक महीने में allah tala अपने बंदों के गुनाह माफ कर देते है रोजे,तिलावत,quran, zikar azkar और दूसरे नेक अमल अल्लाह ताला के नजदीक बहुत मेहबूब है और उन आमाल के जरिए अपने बंदों के गुनाह माफ फरमा देते है तो अभी हमारे पास मोका है इस की कदर करे और अपने आप को ज्यादा से ज्यादा इन आमाल में मशगूल करे जिस से हमारे गुनाहों की माफी का जरिया बन जाए.


roza rakhne se kya fayda hota hai |

रोजा रखने में क्या फायदा है? |


रोजा रखने से इंसान के भूख और प्यास की सिद्दत बर्दास्त करता है तो इंसान के दिल के अंदर सबर और शुक्र का माद्दा पैदा होता है रोजा रखने से मेड़ा खाली होता है जिसकी वजह से उसकी सफाई हो जाती है इसकी वजह से उसकी तंदुरस्ती में इजाफा होता है और भी बहुत सारे फायदे होते है


Jahannam Se Bachne Ki Dua


सैय्यदना मुस्लिम बिन हारिश तमिमी r.a.से रिवायत है के rasulullah sallallahu alaihi wasallam ने उन्हें सरगोसी के अंदाज मे फरमाया जब तुम magrib ki Namaz से फारिग हो जाओ तो कहो 

اَللهُمَّ اَجِرْنِي مِنَ النَّارِ 7बार

(ए अल्लाह मुझे जहन्नम की आग से बचा ले )


रमज़ान मुबारक में जहन्नम के दरवाज़े बंध कर दिए जाते है और सैतान कैद कर दिए जाते है इस से मुसलमानो को गुनाहों में मुब्तला होने से बचने का मौका मिल जाता है और वह अपने आप को नेक आमाल की तरफ माइल कर सकते है और अपने आप को Jahannam से बचा कर jannat में दाखिल करा ने के हकदार बना सकते है तो जब भी रमज़ान का मुबारक महीना हमे नसीब हो उसमे ज्यादा से ज्यादा नेक आमाल करे और गुनाहों से अपने आप को बचाए. यही सही मायने में रमजान की कदर दानी है.


Shab E Qadr Ki Fazilat | Shab E Qadr Ki Fazilat In Hindi


रमजान मुबारक में एक रात आती है जिसे shab e Qadr कहा जाता है जो हजार महीनो से बेहतर है उस रात में अल्लाह ताला अपने बंदों की दुआए कुबुल फरमाते है और इनकी तकदीर लिखते है.


और आपको क्या लगता है कि सब ए कद्र की रात क्या है? ये रात एक हजार महीने से बेहतर है। यानी वह एक रात एक हजार महीने की इबादत से बेहतर है 

(सूरह अल-क़दर पारा 30)


नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फरमाया : "रमज़ान के अंतिम दस दिन मे सब ए क़द्र की रात हैं उसे तलाश करो 


प्यारे दोस्तों, कुरान के अनुसार के एक हजार महीने तकरीबन (83 साल और चार महीने) होते है आप  sallallahu alaihi wasallam के उम्मति होने की वजह से अल्लाह के हम पर ये अजीम एहसान है के हमें अपने जीवन के एक छोटे से हिस्से में ज्यादा से ज्यादा sawab हासिल करनी की अनुमति दी है,हम सब मुसलमानो को चाहिए के अल्लाह की इस अजीम रात से फायदा उठाएं और अपने गुनाहों की बख्सिस करवा ले हो सकता है के ये हमारा आखरी रमज़ान हो.


Jannat Kya Hai | Jannat Ka Wada


Jannat अमल के बदला पाने की जगह है और हमेशा रहने की जगह है इसको हासिल करने की कोसीस करनी है और मेहनत कर के ईमान बना ना हैं रमजान मुबारक में अपने बंदों को jannat ka wada फरमाया है जो लोग इस महिने में iman के साथ रोजे रखते है अल्लाह ताला की इबादत करते है इन्हे inshaallah Jannat का इनाम मिलेगा.


Ramzan Me Kya Padhna Chahiye


रमजान मुबारक के दौरान कुछ ख़ास करनें के काम और जिम्मेदारियां दी गई है इसे पुरा करना जरूरी हैं इनमे से कुछ काम और जिम्मेदारियां ये है

1.roja rakhna

रमजान मुबारक में सब से अहम फरिजा रोजा है रोजे के जरिए मुसलमान अपने नफ्स पर काबू पाते है और हराम चीजों से परहेज करते है.

2.quran ki tilawat

रमजान मुबारक के महीने में कुरान ए मजीद की तिलावत करने की बहुत ज्यादा फजीलत है मुसलमान इस महीने में ज्यादा से ज्यादा quran shareef की तिलावत करते है टाके वो quran ki tilawat ki fazilat से ज्यादा से ज्यादा फायदा उठा सके और उसके पैगाम को सिख सके.

3.zikr dua करना

रमज़ान मुबारक में allah ke Zikr की भी बहुत ज्यादा फजीलत है मुसलमान इस महीने में ज्यादा से ज्यादा zikr dua करते है,टाके वो अल्लाह के फजल से माला माल हो सके.

4.sadqat dena

रमजान मुबारक के महीने में sadqat देने की बहुत ज्यादा फजीलत है मुसलमान अपने माल का एक हिस्सा जरुरत मंद लोगो में तकसीम करते है टाके वो अल्लाह ताला की खुशनुदी हाशील कर सके.

5.masjid me hazir hona

रमजान मुबारक में मस्जिद में हाजिर होने की भी बहुत ज्यादा फजीलत है मुसलमान इस महीने में ज्यादा से ज्यादा अपना वक्त मस्जिद में गुजारते है 

ताके मुसलमान ज्यादा से ज्यादा quran ki tilawat , Namaz,dua zikar, और दूसरे नेक काम कर सके 


Ramzan Mubarak Ke Doran Musalmano Ke Mouke


रमजान मुबारक का महीना एक ऐसा मौका है जो मुसलमानो को अपनी जिंदगी बेहतर करने का मौका देता है इस महीने में मुसलमान अपने iman को मजबूत बना सकते है अपने गुनाहों की मगफिरत हासिल कर सकते है अल्लाह ताला की रहमतों और फजल से माला माल हो सकते है.


Ramzan Mubarak Se Kya Hashil Kare 


Taqwa ki tarbiyat Hashil karna

रमजान मुबारक मुसलमानो को तकवा की तरबियत हासिल करने का एक बेहतरीन मौका देता है रोजे के जरिए मुसलमान अपने नफ्स पर काबू पा सकता है और हराम चीजों से परहेज कर सकता है इनसे इनका इमान मजबूत होता है और इनकी मदद से वो अल्लाह के मकबूल बंदों में सामिल हो जाता है.


Gunaho Ki magfirat hashil karna


रमजान मुबारक का महीना मुसलमानो के गुनहो से मगफिरत हासिल करने का एक अच्छा मौका देता है रोजा तिलावत नमाज़ ज़िक्र और भी नेक आमाल अल्लाह के नजदीक बहुत पसंददीदाह है और अल्लाह इन आमाल के सदके में उन के गुनाह माफ कर देते है.


Islami taleem par Amal karna


Rsmzanul mubarak का महीना हम मुसलमानो के लिए islami taleem पर अमल करने का एक बेहतरीन मौका देता है इस महीने में मुसलमान कुरान की तिलावत करते है,zikar dua करते है, और masjid में हाज़िर होते है इस से वो अपने आप को इस्लामी तालीम पर अमल करने का आदि बना सकते हैं.


Iztimai talluq ko mazbut banana


रमजान का महीना मुसलमानो को अपने भाइयों के साथ इज्तिमाई ताल्लुक को मजबूत करने का एक बेहतरीन मौका देता है इस महीने में मुसलमान एक दूसरे के साथ हमदर्दी और एक दूसरे की मदद का ताऊन करते है एक दूसरे की मदद करते है इस अमल से उनके दिल में एक दूसरे के लिए मुहोब्ब्त बढ़ती है 


Ramzan Me Iftar Ke Waqt Dua Mangne Ki Fazilat


एक बार मुशा अलायहिस्सलाम ने अल्लाह ताला से पूछा या अल्लाह जितना में आप से करीब हु आप से बात कर सकता हु इतना कोई और आप से करीब है ?


अल्लाह ताला ने फरमाया ए मूसा आखरी वक्त में एक उम्मत muhammad sallallahu sallallahu alaihi wasallam की होगी और उस उम्मत को एक महीना ऐसा मिलेगा जिसमे वो खुश्क होठ प्यासी जुबान भूखे पेट जब इफ्तार करने बैठेंगे


तब में उनके बहुत क़रीब होऊंगा मूसा तुम्हारे और मेरे दरमियान 70 पर्दो का फासला है लेकिन इफ्तार के वक्त उस उम्मात और मेरे दरमियान एक पर्दा भी नहीं होगा और इफ्तार के वक्त जो दुआए मांगेगे उसे पूरा करना मेरी जिम्मेदारी होगी


Canclusan


दोस्तों आज हमने ramzan ki fazilat in hindi

में पढ़ी और आने वाले महिने ramzan ki fazilat के बारे में आप ने जाना और hadees Sharif से भी फजीलत मालूम हुई मेरी कोई गलती दिखें तो कॉमेंट कर के मेरी islah करे आप को ये पोस्ट किसी लगी ये भी बताए इसी के साथ आज की पोस्ट को यही पर खत्म करते है फिर मिलते है फिर एक नई इस्लामिक पोस्ट में एक नए टॉपिक के साथ तब तक अपने भाई को दीजिए इजाजत अपनी दुआ में हमे याद रक्खे.


Allah Hafiz 



FAQ

Q-1 रमजान का क्या महत्व है?

रमजान मुबारक का महीना इस्लामिक साल का नव वा महीना है और मुसलमानों के लिए बरकतो और रहमतों का महीना है , ये एक ऐसा रूहानी सफर है जो इमान वालो को टकवा और सबर और सुकर और हमदर्दी की तालीम देता है इस महिने में मुसलमानो के सारे गुनाह माफ होते है उनका इमान मजबूत होता है.

Q-2 रमजान के महीने में क्या पढ़ना चाहिए?

दोस्तो रमजान के महिने में जितने नेक आमांल किए जाए उतने कम है इस महीने को कुरान के साथ खास निस्बत है इस लिए ज्यादा से ज्यादा कुरान की तिलावत करे ,सारी नफिल नमाज पढ़े , दुआ जिक्र का एहतमाम करे तरावीह पाबंदी से पढ़े, तसबीहात पढ़े और गुनाहों से अपने आप को बचाए.

Q-3 रोजा रखने के पीछे क्या कारण है?

दोस्तों रोजा रखने की वजह से भूख प्यास की वजह से ईशान का नफ्स पर काबू पा लेता है और इसकी वजह से वो गुनाह के बजाए नेक आमाल करता है इसके ईमान में इजाफा होता है अल्लाह से ताल्लुक बढ़ता है.

Q-4 रोजे में क्या क्या नहीं कर सकते?

दोस्तों रोजे में सेहरी का वक्त खत्म होने से लेकर गुरुब आफताब का वक्त होने तक खाना पीना सब बंध कुछ भी नहीं कर सकते और रोजे में अपनी बीवी से सोहबत भी नही कर सकते.

Q-5 तक्वा किसे केहते है?

तक्वा कहते है अल्लाह का दर,अल्लाह की अजमत और अल्लाह की मुहोब्बत को अपने दिल में जगह देना और हर वक्त ये ख्याल रखना के मेरा अल्लाह मुझे देख रहा हैं इस खयाल के साथ अपने आप को गुनाहों से बचाना इसे तक्वा कहते है












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