दोस्तो आज हम shab e barat ki fazilat in hindi में सीखेंगे और हम सब जानते है के शाबान का महीना आने वाला है उसमे एक रात आने वाली है जिसे shab e barat कहा जाता है तो आज की islamic Blog post में हम सीखेंगे के shab e barat ki fazilat kya hai और shab e barat ki namaz ka tarika kya hai जिसके ऊपर अमल करने से हमारी ये शब ए बरात की रात कीमती बन जाएगी तो चलो ज्यादा देर न करते हुए आज की shab e barat ki fazilat in Hindi की islamic post को शुरू करते है.
Shab E Barat Ki Fazilat In Hindi | शब ए बरात की फजीलत क्या है ?
दोस्तो shab e barat रहमतों और बरकतो वाली रात है इस शब ए बरात की रात अलग अलग नामों से पुकारा जाता है जैसे बरकत वाली रात ,दोजख से छुटकारे की रात ,मगफिरत वाली रात ,गुनाहों को मिटाने वाली रात दस्तावेजों वाली रात,
सफाअत वाली रात भी कहा जाता है. इस रात की हार हुकूमत वाला काम तकसीम कर दिया जाता है shab e barat ki fazilat की रात में पूरे साल भर के काम लिख दिए जाते हैं, जैसे रोजी,तंदुरस्ती,बीमारी,मालदार,गरीबी,तंगी,राहत तकलीफ, यहां तक के हर वो शख्स जो इस साल में पैदा होने वाले है या मरने वाले है उसका वक्त भी शब ए बरात की रात में लिख दीया जाता है.
Allah tala का इरशाद है जिसका तर्जुमा
इसमें हर हिक्मत वाला काम बांट दिया जाता है.
(Shurah e dukhan)
shab e barat ke inamat in hindi kya hai
दोस्तो shabe barat ki fazilat की रात में allah tala की तरफ से इनामात और इकरामत से नवाजा जाता है 15 shaban ki rat में लोगो पर अल्लाह की खुशुसी रहमत नाजिल होती है गुनाहों की मगफिरत होती है और शब ए बरात की रात में अल्लाह अपने बंदों की दुआए कुबूल करता है.
Hazrat Ali र.अ इरशाद फरमाते है इस shab e barat की रात में मगरिब के वक्त से अल्लाह ताला अपनी रहमतों के साथ असमान ए दुनिया पर नुजुल फरमाते है और allah tala इरशाद फरमाते है के है कोई बखसिस का तलब गार के में उसको बख्श दु है कोई रोजी का तलब गार के में उसे रोजी दूं हे कोई बीमार है के इसको तंदुरस्ती दु गर्ज ये आवाज सुबह सादिक तक होती रहती है.
shaban ki 15 tarikh ki fazilat in hindi
दोस्तो शाबान की पंद्रहवीं रात की फ़ज़ीलत हदीस की किताबो में बेशुमार जगह पर आई है इसमें से कुछ hadees Sharif यहां बताई जाती है.
shab e barat ki fazilat hadees
allah ke rasool ne farmaya ए आयशा तुम जानती हो इस रात में क्या होता है ? अर्ज किया गया या rasulullah sallallahu alaihi wasallam बतलाए इसमें क्या होता है? nabi muhammad rasulullah sallallahu alaihi wasallam ने इरशाद फ़रमाया इस रात में ये होता है के adam alaihis salam की औलाद में से जो कोई इस साल पैदा होगा जो इस साल दुनिया से जाएगा उसका पैदा होना और जाना इस shab e barat ki raat में लिखा जाता है. और जो फरिश्ते इन कामों पर मुकर्रर है उनको खबर दी जाती है के और जितनी जितनी रोजी मखलूक को इस साल मिलने वाली है वो सब लिखा जाता है. और इस 15 shaban ki raat में अल्लाह ताला सुरज डूबते ही इस दुनियां के आसमान पर तसरीफ लाते है और इरशाद फरमाते है के कोई नेक बंदा ऐसा है जो अपने गुनाहों की माफी मांगें गा तो हम उसके गुनाहों को माफ कर देंगे कोई रोजी मांगेगा तो हम उसको रोजी देंगे
कोई मुसीबत में गिरफ्तार बंदा दुआ मांगेगा तो हम उसकी मुसीबत को दूर कर देंगे इस तरह सुबह होने तक पुकार होती रहती है बस बंदों को चाहिए के इस रात में खूब इबादत करे और अपने गुनाहों की माफी मांगे और 15 shaban ka Roja रक्खे और allah tala इस रात में अपनी मेहरबानी से अनगिनत बंदों की मगफिरत करता है मगर काफिर, मुशरिक,और किना रखने वाले को और कातिल को नही बकस्ता.
(Mishkat sharif | मिश्कात शरीफ)
shab e barat ki dua | शब ए बरात की दुआ क्या है ?
दोस्तो shab e barat ki raat me पढ़ने के लिए बहुत सारी दुआए बताई गई है इनमे से कुछ shab e barat ki dua यहां बताई जाती है इसे याद करिए अमल कीजिए और अमल करते हुए दूसरो को सिखाइए तो एक दुआ ये है
shab e barat ki dua in arabic
اللَّهُمَّ أَعُوْذُبِكَ بِعَفْوِكَ مِنْ عِقَابِكَ، أَعُوذُ بِرِضَاكَ مِنْ سَخَطِكَ. وَأَعُوذُ بِكَ مِنْكَ إِلَيْكَ لَا أُحْصِي ثَنَاءً عَلَيْكَ أَنْتَ كَمَا اثْنَيْتَ عَلَى نَفْسِكَ
Dua ka tarjuma
ए अल्लाह में आप की पकड़ से आप की दर गुजर की पनाह मांगता हूं और आप की नाराजगी से आप की आप की रजा की पनाह मांगता हूं और आप से आप ही की पनाह में आप की तरफ आता हु में आप की पूरी तारीफ नहीं कर सकता आप की शान वही है जो आप ने बयान फरमाई है.
اللَّهُمَّ البَدِّل سُوا تَقَدِيرِنَا بِالخَيره
ए अल्लाह मेरी बुरी तकदीर को अच्छी में बदल दे.
Shab E Barat ki ibadat kya hai?
shabe barat 2024 me kab hai ?
दोस्तो सबसे पहले इस सवाल का जवाब आपको देना चाहता हूं। वर्ष 2023 में शब ए बरात 7 मार्च को था अब इंशा अल्लाह इस साल shabe barat 2024 में
शबे बरात का रोजा 24 या 25 फरवरी को हो सकता है इंशा अल्लाह यानी कि 25 या 26 फरवरी की फजर की नमाज़ की अजान से पहले रोजे की नियत करें,
15 shaban ke roze ki fazilat | शब ए बारात के रोजे की फजीलत क्या है ?
Hazrat Ali r.a.फरमाते हैं की rasulullah sallallahu alaihi wasallam ने इरशाद फ़रमाया के जब शाबान की 15 तारिख आ जाए तो उस रात में कयाम करो और दिन में रोजा रख्खो allah tala पहले आसमान ए दुनिया पर अपनी ख़ास तजल्ली फरमाते है हे कोई मगफिरत मांगने वाला उसकी मगफिरत करू है कोई अपनी rozi मांगने वाला के उसको rozi दु है कोई सिफा का तलबगार के उसको सिफा दू इस तरह सुबह तक सदा बुलंद होती रहती है.
Hazrat aaysha r.a रिवायत है के allah ke rasool ne farmaya ने इरशाद फरमाया मेरे पास जिब्राइल अ.स आए और अर्ज किया ये shaban ki 15 tarikhe है आज की रात अल्लाह ताला jahannam से उतनो को आजाद फरमाते है जितने बनू क्लब की बजरियों के बाल है मगर काफिर अदावत रखने वाले.रिश्ता तोड़ने वाले , टखनों के नीचे कपड़ा लटकाने वाले वालीदैन की नाफरमानी करने वाले शराब पीने वाले की तरफ रहमत की नजर नहीं फरमाते.
(बयहकी की हदीस)
15 shaban ki namaz ka tarika | शब ए बारात की नमाज
Shab e barat की रात में मगरिब की नमाज के बाद दो दो रकात कर के छे रकात नमाज पढ़े पहली दो रकात में अपनी उम्र की बरकत की निय्यत से पढ़े दूसरी दो रकात बला मुसीबत को दूर करने की नियत से पढ़े और तीसरी दो रकात rozi me barkat की नियत से पढ़े
और हर दो रकात के बाद shurah e yaseen sharif एक मर्तबा पढ़े और shurah e ikhlas इक्कीस मर्तबा पढ़े इसके बाद दुआ करे अपने लिए अपने जान पहचान वालो के लिए और पूरी ummat के लिए
याद आ जाए तो इस गुनेहगार को भी याद करके अपनी दुआ मांगे.शाबान की 14 तारिख को magrib ki namaz के बाद दो रकात शब ए बारात की नमाज
इस तरह अदा करे के हर रकात में surah e fatiha के बाद surah e hashr की आखरी तीन आयते और surah E ikhlas तीन तीन बार पढ़ें इसके बाद अपनी और पूरी ummat की मगफिरत के लिए दुआ करे.
अगर हिम्मत हो तो और बसासत हो तो 100 रकात शब ए बारात की नमाज इस तरह पढ़े के हर रकात में surah e fatiha के बाद surah E ikhlas दस दस मर्तबा पढ़े.इस नमाज को सलातुल जहर भी कहते है
इस नमाज की फजीलत ये है के इस नमाज के पढ़ने वाले की तरफ अल्लाह ताला 70 मर्तबा रहमत की नजर फरमाएंगे और उसकी हर जायज मुराद पूरी होगी insha allah.
10 रकात नफिल नमाज इस तरह पढ़े के हर रकात में surah E fatiha के बाद surah E ikhlas ग्यारह ग्यारह मर्तबा पढ़े इस नमाज के पढ़ने वाले के गुनाह माफ हो जाएंगे और और उसकी उमर में बरकत होगी इंशा अल्लाह.
15 shaban ki raat को दो रकात नमाज इस तरह पढ़े के हर रकात में surah e fatiha के बाद एक मर्तबा aayatul qurshi और surah e ikhlas पंद्रह मर्तबा पढ़े और सलाम फेरने के बाद durud sharif एक मर्तबा पढ़े और फिर अपनी rozi ki barkat ki dua करे inshallah बहुत फायदा होगा.
Fazail e shaban 2024 pdf
शब ए बारात की दुआ
दोस्तो दुआए निस्फ शाबान तो बहुत है और hadees ki kitab में मौजूद है उसमे से कुछ इस islamic blog post में सिखाई जा रही है
اللَّهُمَّ إِنَّكَ عَفُوٌّ تُحِبُّ الْعَفْوَ فَاعْفُ عَنِّى
ए अल्लाह आप बहुत माफ करने वाले है और माफी को पसंद करने वाले है पस मुझे भी माफ़ फरमा दीजिए
(Tirmizi sharif | तिरमिजी शरीफ़ की हदीस)
اللهمَّ إِلَى أَسْأَلُكَ مِنْ كُلِّ خَيْرٍ خَزَائِنُهُ بِيَدِكَ وَأَعُوذُ بِكَ مِنْ كُلِّ شَيْرٍ خَزَائِنُهُ بِيَدِكَ
ऐ अल्लाह जितनी खैर तेरे हर खज़ाने में है वो तू मुझे अता फरमा और जितनी बुराई हर खज़ाने में में उनसे तुम मेरी हिफाजत फरमा.
dua e nisf shaban in arabic | दुआए निस्फ शाबान
بسم الله الرحمن الرحيم
اللَّهُمَّ إِنَّكَ عَفُوٌّ كَرِيمٌ تُحِبُّ الْعَفْوَ فَاعْفُ عَنَا
يَا غَفُورُ تین مرتبہ ، پھر ایک مرتبہ یہ پڑھیں
٢- الهِي جُودُكَ دَلَّنِي عَلَيْكَ ,، وَ إِحْسَانُكَ أَوْصَلَنِي إِلَيْكَ ، وَكَرَمُكَ قَرَّبَنِي لَدَيْكَ ، أَشْكُو إِلَيْكَ مَالَا يَخْفَى, عَلَيْكَ ، وَأَسْأَلُكَ مَا لَا يَعْسُرُ عَلَيْكَ ، إِذْ عِلْمُكَ بِحالِي, كَفَانِي عَنْ سُؤَالِي ، يَا مُفَرِّجَ كُرَبِ الْمَكْرُوبِينَ ,فَرْجُ عَنِّى مَا أَنَا فِيهِ لَا إِلَهَ إِلَّا أَنْتَ ظَهْرُ اللَّاحِينَ وَجَارُ
الْمُسْتَجِيرِينَ وَمَا مَنْ الْخَائِفِينَ .
اللهُمَّ يَا يا ذَا الْمَنْ وَلَا يُمَنُّ عَلَيْهِ, ، يَا ذَا الْجَلَالِ وَالْأَكْرَامِ
dua e nisf shaban in english
In the name of God the most Merciful, the most Compassionate
Oh God, the one who is the one who does not bless him, Oh the Almighty and the honorable, I am the height and the cattle There is no god but You, the back of the people and the neighbor of the tenants, and the safety of the scared Oh God, if you wrote me with you in the Mother of Books naughty or deprived or expelled or destined for livelihood then forgive God thanks to you my naughtiness and deprivation and expulsion and our livelihood and my daughter is happy with you in the mother of books Marzouga good luck to good things I said and you said the truth in your book the house i on the tongue of your prophet sent i God erases what he wants and proves and has the mother of the books my God in the greatest manifestation i on the night of the middle of the holy month of Shaaban i in which every wise command is divided and concluded i to reveal us from the scourge and affliction what we know and what you do not know i and
शबे बरात को क्या पढ़ना चाहिए ये बताए?
शब-ए-बारात की रात इबादत और तिलावत और सदका देने की रात है. इस दिन अल्लाह की सच्चे दिल से इबादत की जाती है. इसके साथ ही क़ुरान शरीफ पढ़ी या सुनी जाती है और सदका किया जाता है.इस रात में नफिल पढ़ने से बेहतर हे के काजा ए उमरी की नमाज पढ़ना ज्यादा बेहतर है
shab e barat ki tasbeeh
قَلْبًا تَقِيًّا مِنَ الشِّرْكِ نَقِيًّا، لَا فَاجِرًا وَلَا شَقِي
इस दुआ को 21 मर्तबा पढ़े
اللَّهُمَّ إِنَّكَ كَرِيمٌ تُحِبُّ الْعَفْوَ فَاعْفُ عَنِّى .
इस दुआ को 100 मर्तबा पढ़े.
اللَّهُمَّ إِنِّي أَسْأَلُكَ الْعَفْوَ وَالْعَافِيَةَ وَالْمُعَافَاةَ الدَّائِمَة فِي الدُّنْيَا وَالْآخِرَةِ.
इस दुआ को 21 मर्तबा पढ़े
اعُوْذُ بِعَفُوكَ مِنْ عِقَابِكَ أَعُوذُ بِرِضَاكَ مِنْ سَخَطِكَ وَأَعُوذُبِكَ مِنْكَ جَلَّ وَجْهَكَ اللَّهُمَّ لَا أُحْصِي ثَنَاءً عَلَيْكَ أَنْتَ كَمَا اثْنَيْتَ عَلَى نَفْسِكَ
इस दुआ को 11 मर्तबा पढ़े.
سَجَدَ لَكَ خَيَالِي وَ سُوَادِي وَ أَمَنَ بِكَ فُؤَادِي فَهَذِهِ يَدِي وَمَا جَنَيْتُ بِهَا عَلَى نَفْسِي ، يَا عَظِيمُ يَرْجُى لِكُلِّ عَظِيمُ ، اغْفِرِ الذَّنْبَ الْعَظِيمَ ، سَجَدَ وَجْهِي لِلَّذِي خَلَقَهُ وَ صَوَّرَةً وَشَقَّ سَمِعَهُ وَبَصَرَهُ
इस दुआ को 7 मर्तबा पढ़े
لَا إِلَهَ إِلَّا أَنْتَ سُبْحَنَكَ إِنِّي كُنْتُ مِنَ الظَّالِمِينَ.
اسْتَغْفِرُ اللهَ الْعَظِيمَ الَّذِي لَا إِلَهَ إِلَّا هُوَ الْحَيُّ الْقَيُّومُ وَأَتُوبُ إِلَيْهِ
इस दुआ को 100 मर्तबा पढ़े.
FAQ
Q 1 शबे बरात की फ़ज़ीलत क्या है?
दोस्तो शब ए बरात की रात में अल्लाह ताला की तरफ से इनामात और इकरामत से नवाजा जाता है इस रात में लोगो पर अल्लाह की खुशुसी रहमत नाजिल होती है गुनाहों की मगफिरत होती है और शब ए बरात की रात में अल्लाह अपने बंदों की दुआए कुबूल करता है.
Q 2 शबे बरात की रात को क्या पढ़ना चाहिए?
दोस्तो शब ए बरात वो रात है जिसमे हमारे नए साल का दफ्तर सुरु होता है तो हमे इस रात नफिल नमाज, कुरान की तिलावत, दुआ का एहतेमाम और सलातुत तस्बीह की नमाज पढ़नी चाहिए और दूसरे दिन रोजा रखना चाहिए.
Q 3 शबे बरात का रोजा क्यों रखा जाता है?
दोस्तो हमारे पिछले साल का दफ्तर बंध होता है और नए साल का दफ्तर सुरु होता है तो जब हमारा अमल का दफ्तर सुरु हो तो हम रोजे से हो और भी बहुत सारी फजीलत शाबान के रोजे की आई है इस लिए हमे रोजा रखना चाहिए.
Q 4 शबे बरात का दूसरा नाम क्या है?
दोस्तो शब ए बरात रहमतों और बरकतो वाली रात है इस शब ए बरात की रात अलग अलग नामों से पुकारा जाता है जैसे बरकत वाली रात ,दोजख से छुटकारे की रात ,मगफिरत वाली रात ,गुनाहों को मिटाने वाली रात दस्तावेजों वाली रात,सफाअत वाली रात भी कहा जाता है.
Q 5 शब ए बारात पर कौन सा सूरह पढ़ना चाहिए?
दोस्तो शब ए बारात में जितना नेक अमल करले उतना कम हैं लेकिन इस रात में शूरा ए यासीन शूरा ए इखलास और शूरा ए मुल्क,और शूरा ए हसर की अंतिम आयते और कुरान शरीफ जितना हो सकें इतना पढ़ना चाहिए.
Q 6 इस्लाम में माफी की रात कौन सी है?
दोस्तो इस्लाम में वैसे तो हर रात का आखरी हिस्सा दुआ और मगफिरत के लिए खास होता है लेकिन 15 शाबान की रात , जुम्मा की रात,दो ईद की रात,सफर करते वक्त की रात , लायलातुल कद्र की रात ये कुछ राते है इसमें मगफिरत की उम्मीद है insha allah
Q 7 शब ए बारात पर किसे माफ नहीं किया जाएगा?
दोस्तो सब ए बारात एक ऐसी नेमत अल्लाह ताला ने अता फरमाई है के इसमें मगफिरत के दरवाजे खोल दिए जाते है लेकिन कुछ गुनाह ऐसे है जिसकी नहुसत की वजह से उसके करने वाले की मगफिरत नही की जाती है काफिर अदावत रखने वाले.रिश्ता तोड़ने वाले , टखनों के नीचे कपड़ा लटकाने वाले वालीदेन की नाफरमानी करने वाले शराब पीने वाले की तरफ रहमत की नजर नहीं फरमाते इनकी मगफिरत नही होती.
Q 8 2024 में सब ए बारात कब है ?
दोस्तो सबसे पहले इस सवाल का जवाब आपको देना चाहता हूं। वर्ष 2023 में शब ए बरात 7 मार्च को था अब इंशा अल्लाह इस साल 2024 में शबे बरात का रोजा 24 या 25 फरवरी को हो सकता है इंशा अल्लाह यानी कि 25 या 26 फरवरी की फजर की नमाज़ की अजान से पहले रोजे की नियत करें,
Canclusan
दोस्तो आज हमने shab e barat ki fazilat in hindi में सीखी अब हमारा काम ये है के सब dhab e barat की रात आए इसमें हम इन dua को पढ़े और इस islamic blog post में बताई गई इबादतों को करे और जीन चीजों से मना फरमाया है इनसे बचे आप का कोई भी सवाल हो कॉमेंट करे जरूर पूछे मिलते है एक नई deen ki baatein के साथ अपनी दुआ में याद रक्खे.
Allah hafiz