Jinnat Ke Bure Asar Se Bachne Ka Wazifa
फजर की नमाज के बाद और मगरिब की नमाज के बाद आप को ये अमल करना है पहले दुरूद शरीफ पढ़े फिर auzu billahi minash shaitan rajeem bismillah rahman rahim के साथ surah e fatiha पढ़े और फिर बिस्मिल्लाह के साथ ayatul kursi और उसके बाद तीनो कूल,यानी kul huwal laahu ahad ,kul auju birabbil falaq और kul auju birabbil naas , इतना पढ़ कर एक छोटी सी दुआ पढ़नी है और वो दुआ ये है.
Shaitan Bhagane Ki Dua In Hindi
या अजीजू या हामिदु जुल अर्शिल मजीद
इसरिफ अन्ना सरर कुल्लीन जब्बारीन अनीद
ये दुआ पढ़ कर फिर आखिर में दुआ पढ़ के दोनो हाथो को दुआ की तरह फैलाए और उस पर ऐसा दम करे जिसमे अपने थूक के करते भी सामिल हो.
Wazifa Dam Karne Ka Tarika
एक तो हम आम तौर पर कुछ पढ़ कर जो दम करते है तो हल्की सी मुंह से फूक मार देते है इसमें थूक के कतरे सामिल नही होते और एक दूसरा तरीका है दम करने का जिसमे जरा जोर से थू थू करते है जिसको थूटकारना कहते है जिसमे कुछ कतरे थूक के आ जाए इस तरह अपने दोनो हाथो पर दम करना है .
उसके बाद दम किए हुए हाथो को पीछे गर्दन से लेकर आगे पेशानी तक इसके बाद पूरे चेहरे पर इसके बाद दाई बगल के नीचे हाथ रख कर आगे की तरफ ले पंजे की तरफ और फिर हाथ के ऊपर के हिस्से पर जेसे किसी चीज को जाड़ते है इस तरह दो तीन बार हाथ फिराए
फिर ठीक उसी तरह बाई बगल के नीचे हाथ रख कर आगे की तरफ ले पंजे की तरफ और फिर हाथ के ऊपर के हिस्से पर जेसे किसी चीज को जाड़ते है इस तरह दो तीन बार हाथ फिराए और दम करे.
फिर इसके बाद सीने पर फिर इसके बाद दोनों मूधो पर उसके बाद जहा तक कमर पर हाथ पहुंच सके वहा तक हाथ को पहुंचाए
उसके बाद दाई रांग से ले के गुटनो के नीचे तक ऊपर अच्छी तरह आगे की तरह हाथ फिरा ले उसके बाद उसी तरह बाई रांग पर ऊपर से शुरू करे और गुटनों के ऊपर नीचे और पैर के पंजों तक दम किए हुए हाथ फेरे.
खास कर के जो ज्वाइंट वाले हिस्से है जेसे बगल है , घुटने है ये ज्वाइंट वाले मुड़ते है इस लिए इन जगह पर पसीना भी जल्दी आता है इस लिए बहुत सी मखलूकात सैतान और जिन्नात इसमें रहती है इस लिए जगह के नीचे अच्छी तरह हाथ फिरा लेना चाहिए.
Jinnat Se Bachne Ka Amal Kab Karna Chahiye
अगर आप फजर के बाद इस अमल को करोगे तो इंशा अल्लाह दिन भर इन मखलुक से हिफाजत मै रहोगे और दिन भर अल्लाह की हिफाजत मै आजाएंगे और अगर आप मगरिब बाद ये अमल करेंगे तो इंशा अल्लाह रात भर हम महफूज रहेंगे
अगर रात को इस अमल के साथ मसनून अमल भी कर लोगे यानी सुरा ए फातिहा और आयतूल कुर्सी,और तीनो कूल पढ़ कर उसमे तस्बीह ए फातमी भी सामिल है दोनो हाथो पर दम कर के अपने जिस्म पर फेर ले सुबह को आप इंशा अल्लाह नशिस्त उठेंगे बिस्तर खुद आप को उछाल देगा
क्या वजह है के हमे घर के लोग आवाज पे आवाज लगाए जा रहे है लेकिन फिर भी हमारी आंख फजर की नमाज के वक्त नहीं खुलती ? ये असल में रात भर शैतान ने अमल किया हुआ होता है इसका एसा बुरा असर होता है.
Shaitan Insan Ki Kin Cheezon Par Hamla Karta Hai ?
अब में आप को उस बुजुर्ग की बात बता रहा हु जिन्होंने मुझे इस अमल की इजाजत दी उन्होंने फरमाया के शैतान दुश्मन है इंशानो का तो इंशानो को तकलीफ पहोंचाना उसका काम है अब वो तकलीफ तीन अहदाब पर पहोचाता है एक तो जिस्म दूसरा रोजी रोटी यानी के कारोबार और तीसरा है ताल्लुकात
सब से पहले जिस्म को मुतासिर करता है फिर चाहे वो कोई जिस्मानी बीमारी में मुब्तिला कर दे या फिर नजर ए बद डाल कर या शहर कर के जिस्म को मुतासिर करता है हर तरह से पूरी कोशिश करता है.
दूसरा वो रोजी रोटी में वो परेशानियां और रुकावट पैदा करता है कई मर्तबा पाटनर दुश्मन बन जाता है कई मरतबा पैसे दिए हुए होते है और फिर फस जाते है कई मर्तबा कही काम किया हुआ है और पेमेंट नही मिलता ये सारी की सारी रोजी रोटी की तकलीफ है.
Pareshani Se Nijat Pane Ka Wazifa
बहुत सारे लोग आप को मिलेंगे हजरत दुआ कर दीजिए पहले हल ये था मिट्टी को हाथ लगाते थे सोना बन जाता था अब सोने के हाथ लगा रहे तो मिट्टी बन जा रही है इसी बाते आप लोग सुनते ही होंगे बस दुआ करना कई बार ऐसा होता है किसी काम की डील हो रही है कुछ बाकी रहती है के डील केंशल हो जा रहीं है ये जो हमारे करोबार के लाइन के जो मशाइल और परेशानियां इसमें भी शैतान और जिन्नात के अमल का दखल होता है.
और तीसरी चीज जो है वो है ताल्लुकात पहले पार्टनर के साथ अच्छे ताल्लुकात थे अब दुश्मनी हो गई पहले पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते थे अब दुश्मनी हो गई तो ये को ताल्लुकात में असर होता है इसमें भी शैतान का असर होता है
इन तीनो चीजों में ये अमल ये अमल जो ऊपर बताया इंतिहाई मुजर्रब और असर अंदाज होता है आप इस अमल को करे अल्लाह ताला इंशा अल्लाह मकबुलियत भी अता करेगा अल्लाह ताला बरकत भी अता फरमाएंगे और अल्लाह ताला सेहत के एतबार से फ्रेश रखेंगे.
एक दम से आप चाको चौबंद रहेंगे जैसे कुछ हुआ ही नहीं और इस अमल के साथ साथ आप नमाज की पाबंदी करे और सुन्नत का एहतमाम करे.
दोस्तो इस वजीफा को आप पाबंदी से करे और परेशानी और बिमारी से छुटकारा पाएं और अपने दोस्तो को इस पोस्ट को shere जरुर करे टाके वो भी पढ़ने वाला बने और इस अमल से फायदा उठाने वाले बने और उनकी भी परेशानी दूर हो और दिन की बाते सीखने वाले बने.
Canclusan
दोस्तो आज मेने jinnat ke bure asar se bachne ka wazifa जो मेने हजरत शलाउद्दीन सैफी दा.से सुना था वो आप लोगो तक शेर किया है आप के मन में कोई भी सवाल हो तो मुझे कमेंट कर के पूछ सकते है और अगर इस्लामिक ब्लॉग पोस्ट पढ़ना चाहते हो तो deen sikho ब्लॉग को फॉलो जरूर करे.