Surah Baqarah Ki Fazilat In Hindi | सूरह बकरा की आखिरी दो आयत हिंदी में

दोस्तो आज हम surah baqarah ki fazilat in hindi में इस islamic blog post में सीखेंगे वैसे तो quran sharif पूरा हमारे लिए हिदायत है और उसकी हर आयत हर surah हमारे लिए खास अहमियत और फजीलत रखती है लेकिन कुछ surah फजीलत के एतबार से एक खास मकाम रखती है उसमे से एक surah baqarah और surah baqarah ki akhri 2 ayat है आज की islamic post में हम surah baqarah ki akhri 2 ayat ki fazilat क्या है और surah baqarah ki akhri 2 ayat benefits क्या क्या है और surah baqarah ki akhri 2 ayat ki fazilat in hindi में पढेंगे सीखेंगे और अमल करते हुए दूसरो को सिखाएंगे तो दोस्तो ज्यादा देर न करते हुए आज का islamic artical शुरू करते है.

Surah Baqarah Ki Fazilat In Hindi |

Surah Baqarah Ki Fazilat In Hindi | सूरह बकरा की आखिरी दो आयत हिंदी में

surah baqarah (जिसका मतलब है गाय) quran sharif की दूसरी सूरत है और इसमें 286 आयात है इस सूरत की आखरी दो आयात यानी आयत 285 और आयात 286 ये दो आयतों की फजीलत hadees Sharif में आई है.

आइए सीखते है के surah al baqrah ki tilawat ki fazilat क्या है surah baqarah ki akhri 2 ayat ki fazilat को जान कर आप हैरान रह जाएंगे के इतनी ज्यादा fazilat और इतना ज्यादा एजरो sawab इन दो आयतों को तिलावत करने पर इतने बड़े बड़े फायदे है.

वैसे तो quran sharif की हर surah की फजीलत है और हर हर्फ तिलावत करने पर नेकियाँ है लेकिन surah baqarah ki akhri 2 ayat इनकी fazilat hadees Sharif से साबित है.

Hadees Ki Roshni Me Surah Baqarah Ki Fazilat

दोस्तो अब हम surah baqarah ki fazilat को hadees Sharif की मदद से समझते है के surah baqarah ke fayde है और इसको पढ़ेंगे तो हमे क्या फायदा होगा और इस सूरह बकर के फायदे क्या है तो वो इस प्रकार है,

hazarat abdullah bin madoid बयान करते है के rasulullah sallallahu alaihi wasallam ने इरशाद फरमाया के surah baqarah last 2 ayat ए ऐसी है के जो शख़्स रात के वक्त इन्हे पढ़ ले तो वो उसके लिए काफी हो जाती है यानी ये दोनो आयते हर बुराई और शैतान के सर से उसकी हिफाजत करेंगी 

musnad ahmad की एक रिवायत में है की allah ke rasool ne farmaya है के surah baqarah last 2 ayat अर्श के नीचे के खजाने से दी गई है वो मुझ से पहले किसी भी पैगंबर को नही दी गई.

(musnad ahmad 151/5 सही)

hazrat abdullah bin masood r.a बयान करते हैं के nabi muhammad rasulullah sallallahu alaihi wasallam जब मेराज पर तसरीफ ले गए तो उस वक्त आप sallallahu alaihi wasallam को तीन चीजे अता की गई 

वो कोन सी तीन चीजे है 

1. आप को पांच नमाज ए अता की गई meraj ki raat 

2. आप sallallahu alaihi wasallam को surah baqarah ki akhri 2 ayat अता की गई 

surah baqarah last 2 ayat ये meraj ki raat को आप को अता की गई और फरमाया के आप की ummat में से जो शख़्स अल्लाह के साथ किसी को शरीक ठहराना जैसा qabirah gunah नही करेगा तो उसका बक्ख्स दिया जाएगा.

यानि ये आप sallallahu alaihi wasallam से वादा किया गया के आप की ummat में से जो shirk नही करेगा उसको बख्श दिया जाएगा ये तीन चीजे आप sallallahu alaihi wasallam को meraj ki raat को अता की गई.

जब rasulullah sallallahu alaihi wasallam तसरीफ ले गए और sidratul muntaha पर पहुंचे जो के सातवे आसमान पर है तो जो कुछ आसमान पर चढ़ता था वो यहां तक पहुंचता है और यहां से उठा लिया जाता है और जो ऊपर से उतरता है 

ऐसा होता है के यहां भी पहुंच जाता है फिर इसे यहां से आगे ले जाया जाता है फिर इस पर सुनेहरी तिड़िया चढ़ाई जाती है वहां तीन चीजे हुजूर को दी गई 

रोजाना की पांच नमाज़,amana rasul last 2 ayat, और तौहीद पर चलने वालो के तमाम गुनाहों की बख्शीस.

(sahih muslim 173)

hazrat ibn abbas razi allah tala anhu बयान करते है के एक रोज hazrat jibrail alaihissalam नबी ए करीम सल्लाहू अलयही वसल्लम के साथ बैठे हुए थे तो उनके सर पर एक बहुत जोर दार आवाज आई

hadees Sharif का मफहुम है के जब जोरदार आवाज आई तो हजरत जिबाराइल अलायहिस्सलाम ने अर्ज किया ya rashulullah सल्लाहू अलयही वसल्लम आज से पहले आसमान का ये दरवाजा नहीं खुला और ये जो farishta अभी आया है आज से पहले कभी जमीन पर नाजिल नहीं हुआ.

वो फरिश्ता आया और आकर salam किया तो आप सल्लाहू अलयही वसल्लम से अर्ज किया ya rashulullah सल्लाहू अलयही वसल्लम आप को दो नूर की खुश खबरी हो वो आप ही को अता किए गए है आप से पहले किसी nabi को नही दिए गए,

नंबर एक पर surah e fatiha और नंबर दो पर surah baqarah ki akhri 2 ayat और आप सल्लाहू अलयही वसल्लम इन दोनों में से जो हर्फ पढ़ेंगे वो आप को अता कर दिया जाएगा

Surah Baqarah Ki Akhri 2 Ayat Ki Fazilat 

यानि जो शख्स भी surah baqarah last 2 ayat पढ़ कर अल्लाह से को मांगेगा अल्लाह रब्बुल आलमीन उसकी वो dua Qubool फमाएगा और फरमाया ये दो नूर आप से पहले किसी नबी को नही आता किए गए एक surah e fatiha और दूसरा सूरह बकरा की आखिरी दो आयत,

इस लिए उलमा बयान फरमाते है जब भी कोई मशला हो तो आप surah baqarah ki akhri 2 ayat ka wazifa की tilawat कर के अल्लाह से जो मांगोगे अल्लाह ताला तुम्हे वो अता फरमाएगा कोई भी परेशानी है कोई भी मसला है कोई भी मुसीबत में गुरहे हुए है आप इन surah baqarah ki akhri ayat को पढ़ कर allah tala से dua करे,

इन आयत का वजीफा करे इसके बहुत ज्यादा फायदे है कोई भी आप का मसला है और कोई कोई भी परेशानी है insha allah आप का वो मसला आप की वो परेशानी जरूर हल हो जाएगी 

tirmizi shareef ki hadees में है के allah tala ने जमीन और आसमान की पेडाइस से दो हजार साल पहले एक kitab लिख्खी जिस से दो आयते नाजिल हुई और surah Baqarah खत्म हुई जिस घर में ये आयते तीन रात पढ़ी जाए शैतान उस घर के करीब भी नहीं आ सकता.

(sunan tirmizi 2882 in hindi)

Surah Baqarah Ki Skhri 2 Ayat In Arabic 

musnad ahmad ki hadees में है के rasulullah sallallahu alaihi wasallam ने उकवा बिन आमिर र. अ

से फरमाया surah baqarah ki akhri 2 ayat को पढ़ते रहो मैने इसे अर्स के खजानों में से दिया है.

(musnad ahmad hadith 147/4)

ءَامَنَ الرَّسُولُ بِمَا أُنزِلَ إِلَيْهِ مِن رَّبِّهِ ,وَالْمُؤْمِنُونَ كُلُّ ءَامَنَ بِاللَّهِ وَمَلَائِكَتِهِ وَكُتُبِهِ وَرُسُلِهِ لَا, نُفَرِّقُ بَيْنَ أَحَدٍ مِّن رُّسُلِهِ وَقَالُوا سَمِعْنَا وَأَطَعْنَا غُفْرَانَكَ رَبَّنَا وَإِلَيْكَ الْمَصِيرُ

لَا يُكَلِّفُ اللَّهُ نَفْسًا إِلَّا وُسْعَهَا لَهَا مَا كَسَبَتْ وَعَلَيْهَا مَا اكْتَسَبَتْ رَبَّنَا لَا تُؤَاخِذْنَا إِن نَّسِينَا أَوْ أَخْطَأْنَا رَبَّنَا وَلَا تَحْمِلْ ,عَلَيْنَا إِصْرًا كَمَا حَمَلْتَهُ عَلَى الَّذِينَ مِن قَبْلِنَا رَبَّنَا وَلَا تُحَمِّلْنَا مَا ,لَا طَاقَةَ لَنَا بِهِ وَاعْفُ عَنَّا وَاغْفِرْ لَنَا ,وَأَرْحَمْنَا أَنتَ مَوْلَنَا فَانصُرْنَا عَلَى الْقَوْمِ الْكَافِرِينَ 

Surah Baqarah Ki Akhri 2 Ayat In English

Aamanar-Rasoolu bimaaa unzila ilaihi mir Rabbihee walmu'minoon, kullun aamana billaahi wa Malaaa'ikathihee wa Kutubhihee wa Rusulihee laa nufarriqu baina ahadim-mir-Rusulih wa qaaloo sami'naa wa ata'naa ghufraanaka Rabbanaa wa ilaikal-maseer.

Laa yukalliful-laahu nafsan illaa wus'ahaa; lahaa maa kasabat wa 'alaihaa maktasabat; Rabbanaa laa tu'aakhiznaaa in naseenaaa aw akhtaanaa ,Rabbanaa wa laa tahmil-'alainaaa isran kamaa hamaltahoo 'alal-lazeena min qablinaa; Rabbanaa wa laa tuhammilnaa maa laa taaqata lanaa bih , wa'fu 'annaa waghfir lanaa warhamnaa; Anta mawlaanaa fansurnaa 'alal qawmil kaafireen

Surah Baqarah Ki Akhri 2 Ayat In Hindi

अमनारसुलु बिमा उंज़िला इलयही मिर रबीही वलमुमिनुन, कुल्लुनअमना बिल्लाहि वमालयिकातिह वकुतुबिह वारुसिलिही।

लानुफरिंकु बयना 'अहदिम मिन रुसुलिह वकालू समीयना वअताना गुफ़रानका रब्बना वइलयकलमसीर

लायूकलिफूल्लाहु नफ़सन इल्ला, वुस्अहा लहा माक़स्बात वअलैहा माकतसबत रब्बना ला तुआखिजना इन्ना सीना अवु अख्ताना। रब्बना वला तहमील अलइना 'ईसरन कमा हमलतहु अलललजीना मिन क़बलिना, रब्बना वला तुहम्मिलना माला ताकतलना बिहि वाफुअन्ना वग्फिरलना वर्हम्ना अंता मौलाना फंसूरना अलल कौमिल काफ़िरीन ।

Surah Baqarah Last 2 Ayat Meaning

रसूल इस पर पुख्ता यकीन रखता है जो इस पर उसके रब की तरफ़ से नाजिल किया है और उस तरह मोमिन भी ये सब अल्लाह उसके फरिस्तो उसकी किताबो और उसके रशुलो पर ईमान रखते है वो एलान करते है हम सब उसके रशूलो में से किसी में फर्क नही करते और कहते है हम ने सुना और मान लिया , तुजसे बख्शीस चाहते है और ए हमारे रब और आप ही के लिए आखरी है.

surah baqarah ki akhri 2 ayat with tarjuma

अल्लाह किसी जान से इसकी इस्तेताअत से ज्यादा नहीं चाहता हर खेर उसके अपने फायदे के लिए है और तमाम बुराइयां अपने ही नुकसान में मोमिन दुआ करते है के ए हमारे रब अगर हम भूल जाए या गलती कर जाए तो हमे सजा न दे , ए हमारे रब हम पर ऐसा बोझ न डाल जो हम बर्दास्त नही कर सकते हमे मुआफ फरमा और हमे मुआफ कर और हम पर रहम फरमा आप हमारे वाहिद शरपरस्त है तू हमको काफिरो पर फतह अता फरमा.

Surah Baqarah Ki Akhri 2 Ayat Ka Wazifa

दोस्तों आज में आप के लिए surah baqarah last 2 ayat benefits बताने जा रहा हु ये syrah baqarah ka wazifa करने से allah tala आप की जायज मुरादो को पुरा फरमाएंगे 

दोस्तो कुछ wazifa ऐसे होते है जिनको बार बार पढ़ने को जी चाहा करता है जो दो आयात amana rasul last 2 ayat का wazifa में आप के सामने पेस करने जा रहा हु वो भी इन्ही में से एक है और कई लोगो ने इस वजीफे को किया है और फायदा उठाया है उनमें से एक में भी हु मेरे भाईयो

आज आप को जीन दो आयतों के बारे में आप को बताना है वो surah baqarah ki akhri 2 ayat हैं इन दो आयात के अंदर बड़े खजाने छुपे हुए है जिनके बारे अल्लाह के रशुल सल्लाहू अलयही वसल्लम ने अपनी hadees Sharif में भी बताया है के इन दो आयतों के अंदर बहुत खजाने छुपे हुए है Mushlim sharif और bukhari sharif की एक रिवायत है 

अबू मसूद उकबा बिन आमिर बद्री r.a. से मंकुल है रिवायत है के allah ke rasool ne farmaya जो शख़्स रात को surah Baqarah Ki Akhri do aayte पढ़ लेगा वो इसकी काफी हो जाएंगी 

एक दूसरी hadees Sharif में है के hazrat huzaifa bin yaman r.a से रिवायत है के rasulullah sallallahu alaihi wasallam ने इरशाद फरमाया के मुझे शूरह बकरा की आखरी दो आयते अर्श के खजानों से दी गई है 

इन जेसी आयात न पहले किसी को मिली और न बाद में किसी को मिलेंगी मेरे प्यारे मोहतारम भाईयो आप ने ऊपर पढ़ा रिवायत में क्या फरमाया गया है ?

Hajat Puri Karne Ka Wazifa | Hajat Puri Hone Ke Liye Surah

हदीस शरीफ़ में बताया गया है के जो बंदा रात को सोते वक्त surah baqarah ki akhri 2 ayat को पढ़ लेता है तो मेरे मोहतरम भाईयो अल्लाह ताला उसके मुशीबतो से परेशानियों को दूर करने के लिए यही दो आयते उसके लिए काफी हो जाती है ,

फिर उसके ऊपर मुशीबते नही आती, परेशानियां नही आती, घरेलू झगड़े और घरेलू परेशानी नहीं आती बात सिर्फ ये है के सच्चे यकीन के साथ पूरी तवज्जु के साथ पूरे इतमीनान के साथ आप को ये shurah bakrah ka wazifa को पढ़ाना है 

करना आप ने सिर्फ ये है की shurah bakrah की आखरी दो आयतों को रात को सोते वक्त अव्वल आखिर durud sharif पढ़ना है और रोजाना सोते वक्त surah e Baqarah की आखरी दो आयतों को पांच मर्तबा पढ़ना है 

Insha Allah इस अमल की बरकत से आप की जाइज दुआ अल्लाह कुबूल फरमाएंगे इस wazifa को पढ़ने से अल्लाह आप को आजिजी और इंकसारी की दौलत से नवाजेंगे insha allah इस har hajat puri hone ka wazifa पढ़ने से आप की hajat k liye dua पूरी होगी.

hazrat ali ka farman hindi | हजरत अली का फरमान 

hazrat ali ka irshad hai के में नही जनता के जो शख़्स islam को जनता है और वो ayatul kursi our सुरह ए बकरह की आखरी दो आयते पढ़े बगैर सी जाए ये वो खजाना है जो तुम्हारे नबी muhammad rasulullah sallallahu alaihi wasallam को अर्श के नीचे से खजानों से दीए गए है 

Surah Baqarah Ki aakhri 2 Ayat ka Wazifa

Islam में wazifa एक मखसूस दुआ या दुआ है किसके बारे में ख्याल किया जाता है के वह मनपसंद नतीजा लाता है ,मुसलमानो के लिए holy quran की बाज आयत की tilawat करना आम है 

बिलखुसुस शूरा ए बकराह की आखरी दो आयते अपने रोज मर्राह के रूहानी हिस्से के तौर पर या किसी खास मसला या परेशानी में रहनुमाई, तहफ्फुज या मदद हशील करने के तरीके के तौर पर इस surah Baqarah ka wazifa किया जाता है ये वजीफा इस तरह है 

इस Wazifa को wuzu करने से शुरू करे जो के हाथ चेहरा और पेरो को वक्ति तौर पर सफाई है जो इस्लाम में किसी भी इबादत को करने से पहले करना जरूरी है.

एक पुर शुकून साफ सुथरी और आराम देने वाली जगह को तलाश करे जहा आप किबला की तरफ़ मुंह कर के बैठ सके या खड़े हो सके उसके बाद आप शूरा ए बकराह की आखरी दो आयते (आयात 285और 286,) आरबी में या अपनी जुबान में पढ़े 

अल्फाज को पढ़ते वक्त उसके मानी पर ध्यान दे और उनकी जरूरत और माजमूरत को समझने की कोशिश करे आयत की tilawat के बाद अल्लाह से dua मांगे जो कुछ भी आप की ख्वाहिश या जरूरत हो उसको मांगे आप अपने अल्फाज इस्तेमाल कर सकते है या जो दुआ hadees Sharif से साबित है उसमे से कोई दुआ पढ़ना चाहे पढ़ सकते है.जो आम तौर पर मुख्तलिफ मक्सद के पूरा करने के लिए पढ़ी जाती है.

वजीफा को durud sharif और salato salam पढ़ कर खत्म करे और wazifa Salam पर खत्म करे यानी assalamu alaikum जिसका मतलब है आप पर सलामती हो ये मुसलमानो में एक आम सलाम है और इसे दुआ या वजीफे के खत्म होने पर और किसी से जुड़ा होने पर भी इस्तेमाल किया जाता है.

QNA

Q 1 शूराह ए बकराह की आखरी दो आयते कहा है ?

सूरह ए बकराह की आखरी दो आयते क़ुरान शरीफ में दूसरे पारे में हैं.

Q 2 सूरह बकराह की आखरी दो आयतों के नंबर क्या है ?

दोस्तो सूरह बकरह की आखरी आयते के नंबर दुसरे पारे में आयात 285 और आयत 286 है.

Q 3 अपनी हाजत को पूरा करने के लिए क्या पढ़े ?

अपनी हाजत को पूरा करने के लिए सुरा ए बकराह की आखरी आयते रात को सोते वक्त पढ़े.

Canclusan

दोस्तो आज हमने surah baqarah ki fazilat in hindi पढ़ी और साथ में हमने surah e Baqarah Ki Akhri do aayte ki Fazilat भी पढ़ी और surah Baqarah ki Akhri do aayto ka wazifa भी पढ़ा आप का कोई भी सवाल हो तो कॉमेंट जरूर करे और आप को ये islamic blog post कैसी लगी वो भी बताए मिलते अगले ब्लॉग में 

Allah Hafiz 





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