Shab E Qadr Me Dua Qabool Hone Ka Wazifa

 दोस्तो आज हैं Shab E Qadr Me Dua Qabool Hone Ka Wazifa क्या है वो सीखेंगे दोस्तो ये वजीफा हमे शब ए कदर की रात में करना है अब कुछ कुछ लोगो ऐसे भी होंगे जिनको पता नही होगा के shab e qadr kab hai ? तो में आप को बता देता हु के हमारे नबी huzur salalahu alayhi wasallam का ईरशाद है जिसका खुलासा ये है के शब ए कदर को ramzan mubarak की ताक रातों में तलास करो तो एक रिवायत के मुताबिक रमाज़न मुबारक की ताक रात 21,23,25,27,29, की रात को कहा जाता है इन में से किसी भी रात में सब ए कदर हो सकती है आप लोग ध्यान रखें इन में से किसी भी एक रात में आप को ये शब ए कदर का वजीफा पढ़ना है तो आइए ये वजीफा क्या है और उसको पढ़ने के फायदे क्या क्या है.

Shab E Qadr Me Dua Qabool Hone Ka Wazifa

Shab E Qadr Me Dua Qabool Hone Ka Wazifa

दोस्तो आप को ये वजीफा रमाजन मुबारक के महीने के आखरी अशरे की तक रात को ऊपर बताई गई है उसमे से किसी भी एक रात में ये अमल करना है लेकिन बेहतर तो यही है के आप इन सभी रातों में ये अमल कर ले क्युकी हमे मालूम नही है के shab e qadr kab hai 2024 कब है 

अगर ये मुमकिन न हो तो कम से कम इनमे से एक रात को ये अमल कर ले इंशा अल्लाह इस अमल की फजलत में आता है के को बंदा shab e Qadr Ki rat में इस अमल को कर लेगा तो उसका हर ना मुमकिन काम भी बहुत आसानी के साथ हो जाएगा.

Shab E Qadr Me Dua Qabool Karne Ka Wazifa

दोस्तो ये तो हम में से हर एक की तमन्ना ए खास होती है के वो जो दुआ मांगे वो दुआ कुबूल हो जाए उसकी सारी हजाते मुराद पूरी हो जाए तो आप टेंशन न ले आज जो वजीफा में लेकर आया हु इसको आप को शब ए कदर की रात में करना है.

इंशा अल्लाह इस अमल की बरकत से आप जो दुआ मांगेगे वो दुआ कुबूल हो जाएगी और आप की तमाम परेशानियां भी खत्म हो जाएगी.

मेरे दोस्तो वैसे भी रमज़ान मुबारक की दुआ की हर घड़ी बड़ी कीमती और फजीलत वाली होती है और उसकी रात में दुआ कुबूल होती है तो हमे तो हाथ फैला कर जोली भर भर के अल्लाह ताला से हमारी हर छोटी बड़ी जरूरत के लिए दुआ मांगनी चाहिए 

जितना मांगो के उतना काम है तो आप को करना क्या है के रमज़ान मुबारक की शब ए कदर की रात में पाक साफ हो कर तरह आदाब की रिआयत करते हुए वुझू करना है और उसके बाद खुसू और खुजू के साथ बा जमात इंशा की नमाज पढ़नी है और उसके बाद तरावीह की 20 रकात पढ़नी है.

Shab E Qadr Me Har Makshad Me Kamyabi Ka Wazifa

आप को नमाज से फारिग हो कर खामोशी के साथ एक जगह पर बैठ जाना है जहां आप को कोई भी परेशान करने वाला न हो बेहतर तो यही है के आपने जहा नमाज पढ़ी है उसी जगह जा नमाज पर ही बैठे रहे तराबी के बाद तुरंत ये अमल आप कर सकते है.

आप को सब से पहले शुरू में तीन मर्तबा आप को durud E paak को पढ़ना है आप को जो दुरुद याद हो वो आप पढ़ सकते है अगर नमाज वाला दुरुद यानी दुरुद ए इब्राहीम को पढ़ें तो ज्यादा बेहतर है 

Astaghfirullah Ki Tasbeeh In Hindi

इसके बाद आप अल्लाह ताला से astagfar कीजिए अगर आप को पूरी दुआ आती हो तो बेहतर है पूरी दुआ नही आती तो सिर्फ astagfirullah अस्तगिरुल्लाह पढ़ते रहे ये आप को कम से आप को 100 मर्तबा astaghfirullah ki tasbeeh पढ़नी है.

अस्तग्फिरुल्लाह रब्बी मिन कुल्ली जम्बीयों व अतूबू इलैहि

Ya Muizzu Ka Wazifa | Ya Rabbana Ka Wazifa

दोस्तो इसके बाद आप को अल्लाह ताला का एक नाम है या माइज्जु इसको आप को 33 मर्तबा पढ़ना है और इसके बाद अल्लाह ताला का एक और नाम है ya rabbana या रब्बना 23 बार पढ़ लीजिए और फिर आखिर में दुरुद ए पाक पढ़िए को आप ने अमल के शुरु में तीन मर्तबा पढ़ा था.

इस वजीफा को पढ़ लेने के बाद अपने दोनो हाथ कोहनियों समेत आसमान की तरफ उठाइए इस रमज़ान मुबारक की शब ए कदर की त्रस्त में अपने नेक और जायज मकसद के लिए दुआ कीजिए इंशा अल्लाह ताला की जात से उम्मीद है इस shab e qadr ki raat ka hajat ka wazifa की बरकत से अल्लाह आप की तमाम हाजत पूरी फरमा देगा.

इस shab e qadr ki raat ka wazifa ki fazilat में आता है के हर ना मुमकिन काम और मुराद इस वजीफा की बरकत से पूरे हो जाते है बस सच्चे पर पक्के यकीन के साथ आप इस अमल को करे कामयाबी मिलेगी.

अब आप सब से बड़ी चीज समझ लीजिए ये रमज़ान मुबारक की ताक राते दुआ की कुबुलियत की होती है इस रात में गुनाहों की बख्शीस होती है अल्लाह ताला बंदे को गुनाहों से निजात देता है 

तो हमे चाहिए के हम इन मुबारक रातों में अपनी दुनिया की ख्वाहिश को छोड़ कर हम अल्लाह ताला की बारगाह में अपने गुनाहों की माफी मांगे और पक्की और सच्ची तौबा करे.

अपने गुनाहों की माफी मांग कर अपनी आखिरात को सवार ने की फिकर करे अब आप के ऊपर है के ये अमल करने के बाद आप क्या मांगते है अगर आप की ज्यादा परेशानियां हो तो उसको भी मांगिए अपनी कोई हाजत हो तो वो भी मांगिए लेकिन अपने गुनाहों की माफी जरूर मांगिएगा.

दो ये shab e Qadr ki raat me padhne wala wazifa सिर्फ इस रात में ही किया जाता है तो आप के जितने भी जान पहचान वाले है उन सब को ये हाजत का वजीफा आप जरूर शेयर कर के पहोचाए.

Canclusan

दोस्तों आज Shab E Qadr Me Dua Qabool Hone Ka Wazifa सीखा और अस्तगफार को हिंदी ने सीखा और अल्लाह ताला के दो नाम का वजीफा भी दिखा उम्मीद करता हु आप की समझ में जरूर आ गया होगा अगर आप को कोई भी सवाल हो तो हैं कमेंट कर के पूछ सकते है और इस्लामिक पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग deen sikho को फॉलो जरूर करे.





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