दोस्तो आज हम wazifa for husband love and respect के बारे में बताने वाला हु आज की इस ब्लॉग पोस्ट में हम आप को सोहर से मुहोब्बत और एहतेराम हासिल करने की दुआ सीखने वाला हु सभी रिश्तों को अच्छी तरह निभाने के लिए एक दूसरे के प्रति मुहोब्बत और एक दूसरे की इज्जत और एहतराम बहुत जरूरी है खास कर के मियां बीवी का रिश्ता है जहा मुहोब्बत और एक दूसरे की इज्जत और एक दूसरे पर भरोसा करना ये इस रिश्ते की बुनियाद होती है जब बीवी को लगता है के मेरा पति अब पहले जैसा वफादार नहीं है तो आप को अपने रिश्ते के प्रति सीरियस होने की जरूरत है कभी कभी कुछ एसा हो जाता है छोटी छोटी बातों में में चीड़ चिड़ा पन आ जाता है फिर झगड़े सुरू हो जाते है और रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच जाता है अगर आप की इस परेशानी से छुटकारा हासिल करना है तो आप को अल्लाह ताला की मदद हासिल करनी चाहिए क्युकी एक वही है जो आप को इस परेशानी से बचा सकता है तो हम आप को सोहर की मुहोब्बत पाने का वजीफा बताने वाले हु तो चलिए आज की पोस्ट को शुरू करते है.
Wazifa For Husband Love And Respect | Husband Ki Mohabbat Ka Wazifa
दोस्तो में आप के सामने एक surah Yaseen की आयात नंबर 9 का वजीफा लेकर हाजिर हुआ हु आप को ये मालूम होना चाहिए के इस आयत का वजीफा की मदद से हमारे बहुत सारे मशले अल्लाह ताला से हल करवाए जा सकते है
यानी इस एक आयत के एक नही हजारों वजीफा है और हर वजीफा का तरीका अलग होता है लेकिन इस ब्लॉग पोस्ट के अंदर इस आयात का जो वजीफा बताने जा रहा हु इस की मदद से मिया बीवी की मुहोब्बत की एक मिशाल कायम की जा सकती है
वो मुहोब्बत जो rasulullah sallallahu alaihi wasallam को अपनी बीवियों के साथ थी खास तौर पर hazrat ayesha razi allah tala anha के साथ थी और वो मुओब्बत जो हजरत अली की हज़रत फातिमा के साथ थी तो ये वजीफा आप की शादी शुदा जिंदगी को खुश गवार बना ने के लिए है
मिया बीवी की मुहोब्बतो भरी जिंदगी हो जाए इसके लिए ये वजीफा है मिया बीवी के रिश्ते में से नफरत खत्म करने का वजीफा है अब इस वजीफे को समझे और इसका तरीका में बताता हु आप के ये वजीफा इस तरह करना है
ये एक मुख्तसर वजीफा है शूरा ए यासीन की आयत नंबर 9
وَجَعَلۡنَا مِنۢ بَيۡنِ أَيۡدِيهِمۡ سَدّٗا وَمِنۡ خَلۡفِهِمۡ سَدّٗا فَأَغۡشَيۡنَٰهُمۡ فَهُمۡ لَا يُبۡصِرُونَ
Wa ja’alnaa mim baini aydeehim saddanw-wa min khalfihim saddan fa aghshai naahum fahum laa yubsiroon
इस आयत को आप ने 21 मर्तबा पढ़ना है अव्वल आखिर तीन तीन मर्तबा दुरुद ए इब्राहीम पढ़ कर किसी मीठी चीज के ऊपर दम कर दे वो चीनी हो या कोई और मिठाई हो या कोई भी मीठी चीज हो उसके ऊपर आप को इस अमल को पढ़ कर दम कर देना है
और ये अमल आप दिन में किसी वक्त भी कर दे अगर husband को ये लगता है के मेरी wife मुजसे प्यार नही करती उसके अंदर कुछ खराबी है मुहोब्बत वाली जिंदगी नही है वो नफरत कर रही है तो आप 21 दिन ही आप ये अमल कर के उसको खिलाए
ओर दिन में दो तीन मर्तबा भी इस दम की हुई मीठी चीज को आप खिला सकते है चाय में या शरबत में आप उस मीठी चीज को डाल कर पिला सकते है खाने वाली चीज है तो उसमे खिला सकते है और अगर पीने वाली चीज हो तो उसमे डाल के पिला दे जीस तरह चाहे आप इसे इस्तेमाल कर सकते है
आप को ये surah yaseen ki ayat no 9 ka wazifa लगातार 21 दिन तक करना है insha allah आप को फर्क तो तीसरे चौथे दिन ही नजर आने लगेगा लेकिन आप पूरा 21 दिन ये अमल कर लेंगे तो मिया बीवी की सारी नफरतें इस वजीफा को बरकत से दूर हो जाएगी
और हमारी कुछ बहेनो का सवाल भी है के हमारे सोहर का ताल्लुक और उनका रुझान दूसरी औरतओ की तरफ है वो मेरी बहने ये अमल करेगी तो इनके husband का ताल्लुक पराई औरतों से खत्म हो कर उनका ध्यान आप की तरफ हो जाएगा और जो मिया बीवी की मुहोब्बत होती है ऐसी सच्ची मुहोब्बत्त हो जाएगी
तो ये सुरा ए यासीन की आयत नंबर 9 का वजीफा मिया बीवी दोनो के लिए मुजर्ब है सोहर बीवी से परेशान है तो ये अमल करे और बीवी परेशान है तो वो भी ये अमल करे insha allah Miya biwi दोनो को मुहोब्बत वाली जिंदगी नसीब होगी
Wazifa Husband Love His Wife | पति का प्यार पाने का वजीफा
दोस्तो आज में आप को शौहर की मुहोब्बत पाने का वजीफा में आप को बताने जा रहा हु अल्लाह ताला के शिफाती नामों में से एक नाम है या वदुदु तो में आप को या वादूदू का वजीफा सीखा रहा हु इसको आओ करेंगे तो मिया बीवी के अंदर मुहोब्बत पैदा हो जाएगी
या वादूदू का मतलब होता है बहुत बेहतरीन है इस अमल की तासीर बहुत ही ज्यादा है बहुत ज्यादा तीर बा हदफ ये अमल है बहुत ही ताकत वर ये वजीफा है
मुहोब्बत पैदा करने के जितने भी अमल है या वजीफा है उन सब में ये वजीफा सब से पहले नंबर पर है क्युकी ये अल्लाह ताला का एक नाम है जिसका तर्जुमा होता है बहुत जी ज्यादा मुहोब्बत करने वाला बहुत ही ज्यादा चाहने वाला
इस नाम का वजीफा कोई भी करेगा उसके चाहने वाले बहुत ही ज्यादा होंगे और जो ये अमल करेगा जिसके लिए भी करेगा तो उसकी मुहोब्बत सामने वाले के दिल में पैदा हो जाएगी इस नाम के वजीफा के बरकत से अल्लाह एक दूसरे के कुलूब को जोड़ देता है
इस नाम का अमल करने वाला किसी को भी अपनी मुठ्ठी में कर सकता है और उसे अपनी मुहोब्बत में गिरफ्तार कर सकता है किसी के दिल में भी अपने लिए मुहोब्बत को पैदा कर सकता है
मीया बीवी के रिश्तों को बेहतर बना ने के लिए , मां बाप के रिश्ते को बेहतर बना ने के लिए या दूसरे रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए या फिर pasand ki shadi करने के लिए इसके साथ साथ इस अमल की बरकत से tamam pareshani Se Nijat मिलेगी
क्युकी इस नाम के जरीए से हम अल्लाह ताला का ज़िक्र कर रहे होते है ज़िक्र करने वाली जुबान और अल्लाह ताला पर भरोसा करने लगे वो इंसान कभी भी नाकाम नही होता कभी भी कमजोर नहीं होता वो कभी भी सुस्त नहीं होता
अल्लाह ताला उसको हर वक्त सेर करता है क्योंकि अल्लाह ताला ने कुरान में फरमाया जिसका तर्जुमा है के दिलो का शुकून सिर्फ अल्लाह ताला के जिक्र में है
तो आप को ये वजीफा इस तरह करना हैं के आप फजर की नमाज पढ़ लीजिए फिर फजर की नमाज के बाद 100 मर्तबा या वदुदु को पढ़ना है अव्वल आखिर 7 मर्तबा दुरुद शरीफ भी पढ लीजिए जिस दुरुद को हम नमाज में पढ़ते है वो durood E ibrahim को पढ़े तो ज्यादा बेहतर है
इस अमल को करने के बाद पानी पर दम कीजिए या फिर किसी खाने पीने की चीज पर दम कर दीजिए उस दम किए हुए पानी को धर वाले सब मिल कर पीजिए या खाने की चीज पर दम किया है तो घर वाले सब इस दम की हुई चीज को खाइए एसा करने से घर वालो में आपस में मुहोब्बत पैदा हो जाएगी
इस अमल की बरकत से एक दूसरे के कुलुब आपस में जुड़ जाएंगे अल्लाह ताला एक दूसरे के दिलो को आपस में जोड़ देगा और जिसके लिए भी आप ये अमल करेंगे चाहे मर्द हो या औरत हो तो आप इस अमल से खुद भी फायदा उठाए और दूसरो को shere कर के लोगो की भी मदद करें
जायज़ मुहोब्बत के लिए इस अमल को कीजिए इंशा अल्लाह बहुत फायदा होगा नाजायज मुहोब्बत के लिए सिर्फ टाइम पास के लिए दूसरो को धोका देने की नियत से इस अमल को हर गीज इस्तेमाल न करे वरना फायदा की जगह आप को नुकसान हो सकता है
क्युकी ये अल्लाह ताला के सिफाती नामों में से एक नाम है और आप किस नियत से पढ़ रहे है अल्लाह ताला आप के दिलो के हाल को जनता है हर चीज का दारोमदार नियत पर है इस लिए अच्छी नियत से इस अमल को करे
Wazifa For Marriage Fast | जल्दी शादी के लिए वाजीफा
दोस्तो जब शादी की उमर निकलने लगती है तो लड़किया दूसरे को शादियों में और शादी की बाकी रस्मो में जाना ही बंद कर देती है इस दर से के कही लोग उनके मां बाप को लोग ताना न दे जाए मगर तानो के ये आलम है के मां बाप खुद समाज से तंग आ कर अपने बच्चो को ताना देना शुरू कर देते है
अंदर से तो हर मां बाप दुखी ही होते है लेकिन शादी तो जब किस्मत में लिखी होती है उसी वक्त पर होती है लेकिन कुछ अमल ऐसे है जो आप को इस परेशानी को दूर कर के jaldi shadi होने के असबाब पैदा फरमा देते है
सब से पहले आप surah e Yaseen Sharif की आयात नंबर 36 का एक हिस्सा सुब्हानल्लज़ी खलकल अज्वाजा ये पढ़ेंगे इसके बाद surah Al Imran की आयात नंबर 9 का एक हिस्सा है या जमीउंनासी इन दोनो को मिला कर आप को इस तरह पढ़ना है
सुब्हानल्लज़ी ख-ल-कल अज़्वाजा यां जामि उन्नासे
इन कालीमत को आप 88 मर्तबा पढ़ना है दिन में किसी भी वक्त में पढ़ सकते है पढ़ते वक्त वुजु का होना जरूरी है 21 दिन आप इस कालीमत को मुसलसल पढ़े लड़किया छूटे हुए दिन आगे जोड़ शक्ति है इस अमल के शुरू में और अंत में कोई भी फुरुद शरीफ तीन तीन मर्तबा पढ़े
एक बात याद रक्खे अगर आप ने इस वजीफा को पढ़ना शुरू किया और दो तीन दिन में आप का काम हो गया फिर भी आप वजीफा के मुद्दत के 21 दिन पुरा करे इस अमल को बीच में न छोड़े Insha Allah अल्लाह ताला की जात से हमे उम्मीद है के आप की बहुत जल्द pasand ki shadi हो जाएगी
Wazifa For Husband Love | शौहर का प्यार पाने का वजीफा
दोस्तो आज में आप को एक तोहफा दे रहा हु ये तोहफा सिर्फ मिया बीवी के लिए है कुछ मर्द ये शिकायत करते है के मेरी बीवी का रवय्या मेरे साथ मेरे बच्चो के साथ ठीक नही है मेरी मां के साथ मेरे बाप के साथ जिस तरह का रवय्या होना चाहिए ऐसा नहीं है शिकयत है के उनका अखलाक किरदार ये ठीक नही हैं
अगर बीवी को ये शिकायत है के मेरा शौहर मेरा सही मायने में खयाल नहीं रखता मुझे जायज़ चीजों का खर्चा भी नही देता बच्चो की तरफ भी कोई ध्यान नहीं देता घर की तरफ भी जीस तरह तवज्जू होनी चाहिए वो नही है ये बाते अक्षर शुन्ने में आती है
अब ये वजीफा ध्यान से पढ़ें आप को ये पति के प्यार को पाने का वजीफा दिन में दो मर्तबा करना है सुबह भी शाम में भी सुबह में फजर की नमाज के बाद और रात को भी इंशा की नमाज के बाद ये जरूरी नहीं के आप तुरंत ये वजीफा करले बल्कि रात को सोने से पहले पहले ये अमल को कर ले
ओर सुबह वाले का टाइम है चास्त की नमाज से पहले पहले ये वजीफा कर ले आप को ya hasibu ya zuljalal wal ikram को 100 मर्तबा पढ़ना है और इसके अव्वल आखिर दुरुद शरीफ़ जितना आप का दिल चाहे पढ़ सकते है लेकिन कम से कम तीन मर्तबा तो जरूर पढ़े.
ये वजीफा आप को तब तक करना है जब आप को यकीन हो कर के मेरे husband अब मुझसे प्यार करने लगे है पहले से ज्यादा मेरे साथ प्यार और अच्छा शुलुक करते है आप को ये वजीफा करते हुए 10 20 दिन हो जाए या पूरा महीना हो जाए जब आप का दिल उनकी तरफ से मुत्माइन हो जाए तब आप इस वजीफा को पढ़ना बंध कर सकते है
ये ya hasibu ya zuljalal wal ikram ka wazifa मिया बीवी दोनो के लिए एक मुजर्रब वजीफा है मर्द के लिए भी और औरत के लिए भी अल्लाह ताला यकीन के साथ अमल करने की तौफीक अता फरमाए आमीन.
Wazifa For Quick Marriage Proposal
दोस्तो में आप को जल्दी शादी होने का वजीफा बताने जा रहा हु ये वजीफा मेरे उन भाई बहनों के लिए है जो शादी न होने की वजह से परेशान है या तो वो pasand ki shadi करना चाहते है लेकिन नही हो पा रही है या शादी में बंधीस है रूकावटे है इसकी वजह से शादी नही हो रही है
या फिर पहली सादी टूट चुकी है दुबारा से शादी करना चाहते है कोई खास जगह या कही भी शादी करना चाहते है तो में आप को surah Yaseen Sharif की एक आयत का वजीफा बताने वाला हु इंशा अल्लाह आप का शादी के ताल्लुक से को भी प्रॉब्लम है वो इस वजीफा से दूर हो जाएगा
सब से पहले इस वजीफा को पाकी की हालात में किया जाता है नापाकी को हालत में इस अमल को नही किया जा सकता इस अमल को शाम के वक्त में मगरिब के बाद किया जाए तो बहुत फायदा होता है वो वजीफा ये है
आप को जेसे के पहले बताया मगरिब की नमाज के बाद सुरा ए यासीन शरीफ के इस आयत को 300 मर्तबा पढ़ना है
salamun kaulam min rabbin rahim
आप के इस तरह पढ़ना है के पहले तीन मर्तबा दुरुद शरीफ़ पढ़े और फिर एक तस्बीह इस आयत की पढ़े और फिर अल्लाह ताला से अपने makshad me kamyabi के लिए दुआ करे
उसके बाद फिर से 100 मर्तबा इस शूरा ए यासीन की इस आयत की एक तस्बीह पढ़े और पढ़ने के बाद अपने मकशद में कामयाबी के लिए दुआ करे
उसके बाद तीसरी मर्तबा भी इस आयत को 100 मर्तबा पढ़े और अल्लाह से अपनी हाजत को पूरा होने की दुआ मांगे इस तरह 300 मर्तबा इस आयत को पढ़े और फिर तीन मर्तबा durood shareef पढ़ कर इस वजीफा को खत्म करे.
इस salamun kaulam min rabbin rahim ka wazifa को आगर आप सच्चे यकीन के साथ करेंगे तो आप की ये परेशानी दूर हो जाएगी और आप की बहुत jald shadi हो जाएगी.
Wazifa to Get Your Love Back | wazifa for lost love back
दोस्तो आज में आप को एक छोटा सा वजीफा बताने वाला हु जिसको कोई अपना चाहने वाला छोड़ कर चला गया हो और आप चाहते है के वो आप का कॉन्टेक्ट करे और वो टुता हुआ रिश्ता फिर से जुड़ जाए आप चाहते है के वो आप को मेसेज करे या फोन करे तो आप एक मर्तबा इस छोटे से वजीफा को जरूर करे इंशा अल्लाह आप का काम हो जाएगा
ये वजीफा surah e fatiha की एक छोटी सी आयत का वजीफा है नापाकि की हालात में इसे नही किया जाता wuzu के साथ इस वजीफा को करे तन्हाई में बैठ कर इस वजीफा को करे और यकीन ए कामिल से इस वजीफा को करे इंशा अल्लाह बहुत फायदा होगा
ये qurani wazifa है सुरा ए फातिहा की एक छोटी सी आयत का वजीफा है आप इस की तादाद मुकम्मल कर के सच्चे यकीन के साथ इस अमल को करेंगे तो आप की हाजत जरूर पूरी होगी
आप को wa iyyaka nastaeen सिर्फ 333 मर्तबा पढ़ना है आप 333 मर्तबा इस तरह पढ़ेंगे के एक मर्तबा wa iyyaka nastaeen पढ़ने के बाद उस इंसान का चेहरा सामने लाना है अपने दिमाग में जिसको आप अपने रिश्ते में वापस पाना चाहते है और फिर आप को आगे ये आयत पढ़नी है और फिर उस इंसान का तसव्वुर करना है इस तरह आप को 333 मर्तबा ये wa iyyaka nastaeen ka wazifa को पूरा करना है
Insha Allah आप अपना खोया हुआ प्यार वापस पाना चाहते है या कोई इंसान आप की जिंदगी से चला गया है उसे पाना चाहते है तो इस अमल को करे आप का खोया हुआ प्यार मिल जाएगा.
Wazifa To Stop Divorce | तलाक को रोकने का वजीफा
दोस्तो मिया बीवी का रिश्ता को अल्लाह ताला ने दुनियां में नेअमत बताया है मिया बीवी के अंदर नफरत को पैदा करना ये अल्लाह ताला ने सब से बड़ा गुनाह बताया है शैतान हमेशा इस कोशिश में रहता है के किस तरह मिया बीवी के रिश्ते में नफरत को पैदा किया जाए इसकी कोसिस करता रहता है तो में आप को तलाक रोकने का अमल बताने वाला हु
وَاللَّهُ أَشَدُّ بَأْسًا وَ أَشَدُّ تَنْكِيلًا ﴿۸۴
अगर किसी मिया बीवी में जगदा हो गया हर और बात खुदा न ख्वास्त तलाक तक पहुंच गईं है तो किसी भी नमाज के बाद अव्वल आखिर 11 ग्यारह मर्तबा durood shareef पढ़े
और दोनो दुरूद ए पाक के दरमियान ऊपर बताई हुई कुरान सरीफ की आयत को 550 मर्तबा पक्के यकीन के साथ पढ़े insha Allah तलाक नहीं होगी और दिनो मिया बीवी में आपस में सुलह हो जाएगी
ये कुरान की आयत का अमल आप को 21 दिन लगातार करना है और अल्लाह ताला से दुआ करनी है इंसा अल्लाह इस अमल की बरकत से आप का रिश्ता फिर से जुड़ जाएगा.
Ya Maniu Wazifa For Husband | Ya Maniu Benefits In Hindi
दोस्तो जो वजीफा में बताने वाला हु इसको अगर husband नाराज हो तो waif करे और waif नाराज हो तो husband करे ये एक या मानीऊ का छोटा सा अमल है लेकिन इस अमल की बरकत से मिया बीवी के दरमियांन नाराजगी है तो ख़त्म हो जाएगी और रिश्ता पहले जैसा हो जाएगा
मीया बीवी में झगड़ा चल रहा हो तो रात को बिस्तर पर सोते वक्त अव्वल आखिर durood shareef पढ़े और 20 मर्तबा Ya Maniu पढ़े और अल्लाह से दुआ करे insha Allah झगड़ा खत्म होगा और नाचाकी दूर हो जाएगी
जो कोई भी अल्लाह ताला के इस सिफाती नाम को पढ़ता रहेगा इंशा अल्लाह वो हर शख्स से महफूज रहेगा
अगर किसी खास makshad को हासिल करने के लिए या आप की tamam hajat को पूरा करने के लिए अल्लाह ताला के इस नाम को कोई पढ़ेगा और अल्लाह ताला से दुआ करेगा अल्लाह ताला इस नाम को बरकत से उसकी तमाम हाजत को पूरा फरमा देगा
जो कोई लड़ाई खत्म करने की गर्ज से ya Maniu ka wazifa 100 मर्तबा पढ़ेगा इंशा अल्लाह दो शख्सो के बीच में चल रही लड़ाई भी खत्म हो जाएगी
जो कोई अपनी मुराद को न पहुंच सकता हो उसको चाहिए के अल्लाह ताला के इस नाम हो सुबह और शाम कसरत से पढ़ा करे इंशा अल्लाह इसकी मुराद पूरी होगी.
FAQ
Q 1 सोहर की मुहोब्बत के लिए कोनसी आयत पढ़े ?
सोहर की मुहोब्बत को हासिल करने के लिए सुरह यासीन शरीफ की आयत नंबर 9 का वजीफा पढ़े इसका तरीका इस पोस्ट में बताया है.
Q 2 सोहर का प्यार पाने के लिए क्या पढ़े?
सोहर का प्यार पाने के लिए या वादुदु का वजीफा पढ़े इसको पढ़ने का तरीका इस पोस्ट में बताया गया है.
Q 3 जल्दी शादी के लिए क्या पढ़े?
जल्दी शादी के लिए सुरा ए यासीन की आयात नंबर ३६ का वजीफा पढ़े इसको किस तरह पढ़ना है ये इस ब्लॉग पोस्ट में बताया गया है.
Canclusan
दोस्तो आज हमने wazifa for husband love and respect केसे करना है इस के लिए कुछ वजीफा और दुआ सीखी अगर आप का इस पोस्ट से जुड़ा हुआ कोई भी सवाल है तो इस पोस्ट के नीचे कमेंट कर दे इंशा अल्लाह के जवाब देने की पूरी कोशिश करूंगा पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए zazakllah