Namumkin Ko Mumkin Banane Ka Wazifa Kya Hai

 दोस्तो आज हम namumkin ko mumkin banane ka wazifa kya hai इस टॉपिक पर आज की इस्लामिक ब्लॉग पोस्ट में बात करने वाला हु दोस्तो जब भी किसी चीज की जरूरत हो तो अल्लाह ताला की जात पर उम्मीद रख्खो अपनी ख्वाहिसात की तरफ नही क्युकी हम नही जान सकते के हमारे लिए बेहतर क्या है इसी लिए हर अमल के बाद अल्लाह ताला से दुआ जरूर करे के या अल्लाह मेरे लिए जो बेहतर हो वो मुझे अता फरमा ज्यादातर लोग पूछते रहते है के हमे एक ऐसा वजीफा चाहिए जो जिस जरूरत या काम के लिए किया जाए तो वो अमल अल्लाह ताला की बारगाह में कुबूल हो जाए तो दोस्तो आज का ये वजीफा ऐसा ही कामयाब अमल है ये बुजुर्गो का बताया हुआ अमल है जिसकी मदद से कई लोगो ने अपने maqsad me kamyabi हासिल की है अल्लाह वालो का बताया हुआ ये अजीफा किसी भी किसी भी impossible काम को possible में बदलने की ताक़त रखता है आप की हर जायज़ मुराद को पुरी करने की ताक़त रखता है आप को आप की हाजत पूरी होने के कोई आसार नजर न आते हो लेकिन आज का ये वजीफा की मदद से आप अल्लाह ताला की बारगाह में अपनी har Hajat ko puri करवा सकते है लेकिन इसके लिए शर्त है के आप के दिल में कोई शक सुबह न हो अल्लाह ताला की कुदरत पर पुरा यकीन रखते हुए आप को ये वजीफा पढ़ना है तो चलिए दोस्तो आज की ब्लॉग पोस्ट को शुरू करते है और जानते है के har maqsad mein kamyabi ke liye wazifa kya hai.

namumkin ko mumkin banane ka wazifa kya hai

Namumkin Ko Mumkin Banane Ka Wazifa Kya Hai


मेरे प्यारे दोस्तो आज जो अमल में आपको बताने वाला हु उसको दुनिया में हजारों लोग पढ़ कर फ़ायदा उठा चुके है अगर आप को जब भी कोई हाजत पेस आ जाए या आप की कोई मुराद हो और आप उसको पूरा करना चाहते हो तो आप इस वजीफा को पढ़ना शुरू कर दे इंशा अल्लाह आप का काम पूरा हो जाएगा.


दोस्तो दुनिया की कोई भी आफत मुसीबत आप के ऊपर आ पड़ी हो या आप को आप के मकशद में कामयाबी हासिल करनी हो या आप को दिल की कोई ख्वाहिश हो और वो पूरी न हो रही हो और आप को तुरंत उसको पूरा करना हो तो ये har khwahish puri karne ka wazifa आप के लिए काफी है.


Har Maqsad Mein Kamyabi Ke Liye Wazifa Padhne Ka Tarika Kya Hai 


दोस्तो ये वजीफा आप को सिर्फ 7 दिन पढ़ना है आप की जो भी जायज़ hajat है आप का जो भी मकसद है या कोई अर्जेंट काम है जी रुका हुआ है और उसे आप पूरा करना चाहते है तो आप दिल में उस को पूरा करने की नियत कर ले.


नियत करने के बाद आप अपने हिसाब से अपने फुरसत और यक्सुई के वक्त में आप अपने हिसाब से इस अमल को कर सकते है लेकिन अगर आप इस वजीफा को तनहाई के वक्त में करेंगे तो आप को ज्यादा फायदा होगा.


इस लिए आप इस वजीफा को पढ़ने के लिए फजर की नमाज के बाद का वक्त या इंशा की नमाज के बाद का वक्त पसंद करे या फिर तहज्जुद के वक्त में ये वजीफा पढ़ लिया जाए तो ज्यादा बेहतर है.


अब आप सब से पहले हर नापाकी से पाक साफ हो कर अच्छी तरह आदाब की रियायत करते हुए wuzu करे और और दो रकात सलातुल हाजत की नमाज को अदा करे ये नमाज आप को जेसे बाकी नफिल नमाज पढ़ते है उसी तरह पढ़नी है.


जब आप दो रकात सलातुल हाजत की नमाज पढ़ेंगे तो दोनो रकात में surah e fatiha के बाद आप quran shareef की कोई भी सूरत जो आप चाहे पढ़ सकते है.


आप ने जिस जगह पर सलातुल हाजत की दो रकात नमाज पढ़ी है आप इसी जगह पर बैठ कर 7 मर्तबा जो आप को आता हो वो दुरूद शरीफ को पढ़ सकते है.


इसके बाद ये isme azam ka majmua ka wazifa जो नीचे लिखा हुआ है उसको शुरू में सिर्फ एक मर्तबा बिशमिल्लीलाह पढ़ कर पढ़ना शुरू करे वो इसमें आजम ये है 

الَمَ اللَّهُ لَا إِلَهَ إِلَّا هُوَ الْحَيُّ الْقَيُّومُ يَا وَاحِدُ يَا ذُو الْجَلَالِ وَالْإِكْرَامِ


अलीफ़ लॉम मीम अल्लाहु लॉ इलाहा इल्ला हुवल हय्यूल कय्यूम या वाहिदु या जुल जलाली वल इकराम

इस तरह आप को isme azam ka wazifa 313 मर्तबा पढ़ना है और पढ़ते वक्त आप को अपना पूरा ध्यान बनाए रखना है जेसे के आप अल्लाह ताला से अपनी परेशानी की फरियाद सुना रहे हो और अल्लाह ताला से बात कर रहे हो.


फिर इसके बाद आप को फिर से 7 मर्तबा durood shareef को पढ़ना है जो आप ने इस वजीफा को शुरू करते वक्त पढ़ा था उसके बाद आप अल्लाह ताला से गिड़गिड़ा कर apne Makshad me kamyabi ke liye dua करते रहे.


इंशा अल्लाह इस वजीफा के पढ़ने के बाद अल्लाह ताला की बारगाह में की गई दुआ रद नही होती ये हमारे बुजुर्गो का आजमाया हुआ और किया हुआ वजीफा है


मेरे अजीज दोस्तो जो वजीफा पढ़ने का तरीका उपर बताया गया उसी तरीका से आप को सात दिन लगातार इस अमल को कर लेना है इंशा अल्लाह सात दिन से ज्यादा आप को पढ़ने की जरूरत नही पड़ेगी और आप का काम हो जाएगा.


इस अमल में allah tala ke 5 isme azam मौजूद है जिसकी बरकत से आप के जरिए की गई दुआ जरूर कुबूल होगी और आप की हर जायज़ मुराद पूरी होगी आप की परेशानी दूर होगी और आप को अपने मक़सद में कामयाबी मिलेगी इंशा अल्लाह.


अल्लाह ताला हम सब को कही सुनी बातो पर अमल करने की तोफिक अता फरमाए और अमल करते हुए इस पोस्ट को दोस्तो तक जरूर पहोचाये जिस से वो भी इस वजीफा को पढ़ कर फ़ायदा उठा सके.


Canclusan 


दोस्तो आज हमने namumkin ko mumkin banane ka wazifa kya hai और इसको कब पढ़ना है और उसको पढ़ने का तरीका क्या है और इस वजीफा को पढ़ने का फायदा क्या है वो जाना उम्मीद करता हु आप को समझ में आ गया होगा अगर आप का कोई भी सवाल है तो हमे कमेंट कर के पूछ सकते है.






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