दोस्तो mahe zil hajj mein oulad ke liye surah e fatiha ka wazifa kya hai आज में आप को जिल हज के महीने में औलाद के लिए पढ़ने वाला वजीफा बताने वाला हु प्यारे दोस्तो zil hajj के महीने में सुबह के वक्त आप को ये अमल करना है दोस्तो जिसको ओलाद नही होती वो परेशानी में रहते है लोगो के ताने सुन सुन कर वो मायूस हो जाते है और फिर धीरे धीरे वो अल्लाह ताला की जात से मायूस हो जाते है तो आप सभी बहन भाई के लिए में आज एक surah fatiha ka aulad ke liye wazifa ले कर हाजिर हुआ हु इस अमल की बरकत से इंशा अल्लाह आप की ये मुराद पूरी होगी तो चलो दोस्तो ज्यादा देर न करते हुए आज की इस्लामिक ब्लॉग पोस्ट को शुरू करते है और जानते है के surah fatiha ka aulad ka wazifa क्या है.
Mahe Zil Hajj Mein Oulad Ke Liye Surah E Fatiha Ka Wazifa Kya Hai
दोस्तों जिल हज का महीना बड़ी बरकत वाला महीना है इस महीने की फजीलत रिवायत में बहुत कसरत से मिलती है इस महीने के मुबारक दिनों में आप को इस वजीफा को पढ़ना है जो अभी में आप को बताने वाला हूं.
दोस्तो आप को इस अमल को सुबह के वक्त में पढ़ना है जब फजर को नमाज हो जाए तो आप अपनी जगह पर बैठे रहे और अल्लाह ताला का जीकर करते रहे यहां तक के मजरूह वक्त खत्म हो जाए और ishraq ki namaz ka waqt शुरू हो जाए तब आप को इस अमल को करना है.
अब आप को करना ये है के सब से पहले दो रकात Salatul hajat ki namaz पढ़े और जैसे आम नवाफिल पढ़ते है इस तरह नमाज को पूरी करे और इसके बाद अपनी जगह पर बैठ जाए.
और उसके बाद अमल को सुरू करने से पहले तीन मर्तबा या सात मर्तबा जो दुरूद शरीफ आप को आता हो याद हो उसको पढ़े उसके बाद 41 मर्तबा सुरा ए फातिहा को पढ़ना है ध्यान और तवज्जुह के साथ इसके बाद आप को आखिर में वही दुरूद शरीफ़ पढ़ना है जो आप ने अमल के सुरू में पढ़ा था इसके बाद अल्लाह ताला की बारगाह में दुआ करनी है.
एक पानी का ग्लास साथ में रखें और इस surah fatiha का अमल पढ़ कर पानी पर दम करे फिर इस पानी को खुद भी पिए और अपने सोहर को। भी पिलावे इंशा अल्लाह आप इस अमल का फायदा आप अपनी आंखो से देखेंगे.
आप की जो भी परेशानी है जादू , हसद, नजर जिसकी भी वजह से आप को ओलाद नही हो रही है इस अमल की बरकत से इंशा अल्लाह आप को इन सभी परेशानी से सिफा मिलेगी.
Surah Fatiha Ko Padhne Ki Fazilat Kya Hai
मेरे दोस्तो ये surah e fatiha का अमल है इस को कोई ईमान और यकीन के साथ पढ़ता है तो अल्लाह ताला उसको हर बीमारी से सिफा अता फरमाता है.
अगर कोई दिन या दुनिया के मकसद को हासिल करने के लिए कोई सूरह ए फातिहा को पढ़ता हैं तो उसको अपने मकसद में कामयाबी मिलती है.
अगर कोई बीमारी को दूर करने के लिए इस सूरत को पढ़ता है तो उसकी ला इलाज बीमारी को भी अल्लाह ताला सिफा अता फरमा देते है.
ये बात किताबो में मिलती हैं के सहाबा र. अ ने साप और बिच्छू जैसे जहरीले जानवर के काटे हुए पर ,मिर्गी की बीमारी वालो पर और भी कई बीमारी वालो पर सुरा ए फातिहा को पढ़ कर दम किया है और हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने भी इस अमल को जायज करार दिया है.
मेरे दोस्तो आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने ईरशाद फरमाया है के मौत के सिवा हर मुसीबत और परेशानी से छुटकारा पा जाता है जो सुरा ए फातिहा को पढ़ता है.
आखिर में दुआ करते है अल्लाह जितने भी हमारे भाई बहन बे ओलाद है उन सभी को नेक और सालेह ओलाद अता फरमा और सब की परेशानी दूर फरमा आमीन
Canclusan
दोस्तो आज हमने mahe zil hajj mein oulad ke liye surah e fatiha ka wazifa kya hai वो सीखा और उसको किस तरह पढ़ना है और कब पढ़ना है वो भी शिखा पर इस सूरत की फजीलत भी पढ़ी और अगर फिर भी आप के मन में कोई सवाल है तो हमे कॉमेंट कर के पूछ ले.