Durood Shareef Se Success Pane Ka Wazifa Kya Hai

 दोस्तो आज हम durood shareef se success pane ka wazifa kya hai इस टॉपिक पर आज की इस इस्लामिक पोस्ट में बात करने वाले है दोस्तो अगर आप आप ने नाम के आगे सफलता यानी कामयाबी को लगाना चाहते है तो आप को durood Shareef ka amal जरूर करना चाहिए जो आज की इस ब्लॉग पोस्ट में बताने वाला हु दोस्तो अगर आप को लगता है के आप की जिंदगी में कुछ ठीक नहीं चल रहा है तरह तरह की परेशानियों का सामना आप कर रहे है ला इलाज बीमारियों से आप धीरे हुए है और इसकी वजह से आप परेशान है आप की roji और कमाई में बरकत नहीं हो रही है आप के ऊपर karz बहुत ज्यादा है और आप karz नही दे पा रहे है आप की इन सभी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए आप आज का बताया हुआ darood sharif se pareshani ka hal का वजीफा ये जरूर पढ़ना चाहिए तो चलो दोस्तो आज की पोस्ट में जानते है के darood sharif se pareshani ka hal kaise kare.

Durood Shareef Se Success Pane Ka Wazifa Kya Hai

Durood Shareef Se Success Pane Ka Wazifa Kya Hai


मेरे अजीज दोस्तो अपनी जिंदगी को सही रास्ते पर लाने के लिए हमे दुरुद शरीफ को पढ़ते रहना चाहिए और वैसे भी हमारे ऊपर हक बनता है के हम हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर दुरुद पढ़ कर भेजे अल्लाह ताला quran shareef में फरमाता है 


إِنَّ اللَّهَ وَ مَلَيْكَتَهُ يُصَلُّونَ عَلَى النَّبِيِّ يَأَيُّهَا الَّذِينَ آمَنُوا صَلُّوا عَلَيْهِ وَ


سَلِّمُوا تَسْلِيمًا (56)


तर्जुमा 

बेशक अल्लाह और उसके फरिश्ते दुरुद भेजते है इस गैब बताने वाले (नबी) पर , ए ईमान वालो उन पर दुरुद और खूब सलाम भेजो.


Darood Sharif Padhne Ke Fayde Kya Kya Hai


दोस्तो आज की इस पोस्ट में आप को में दो चीजे बता ने वाला हु एक तो ये के दुरुद शरिफ पढ़ने के फायदे क्या क्या है और darood sharif padhne ke aadab kya kya hai और साथ में ये भी बताऊंगा के sabse afzal darood sharif kaun sa hai.


दुरुद शरीफ को एक मर्तबा पढ़ने से अल्लाह ताला की 10 रहमत ए नाजिल होती है पढ़ने वाले पर.दुरुद शरीफ पढ़ने वाले के दस दरजात बुलंद कर दिए जाते है उसके दर्जा बढ़ा दिया जाता है.


दुरुद शरीफ पढ़ने वाले के नामा ए आमाल में दस नेकिया लिखी जाती है.दुरुद शरीफ पढ़ने वाले के दस गुनाह मुआफ कर दिए जाते है.


दुआ करने से पहले आप को भी दुरूद शरिफ पढ़ेंगे तो वो दुआ जरूर कुबूल होगी दुरुद की बरकत से अल्लाह ताला आप की दुआ जरूर कुबूल फरमाएगा.


दुरुद शरिफ का पढ़ना अपने गुनाहों की बख्सिस का जरिया है,दुरुद शरिफ के पढ़ने वालो की जरूरतें अल्लाह ताला गैब से पूरी फरमाएगा 


दुरुद शरिफ को पढ़ने वाले के लिए कयामत के दिन नबी ए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम  की सफाअत और कुर्ब को पाने का जरिया बनता है.


कोई बंदा तंगदस्ती का शिकार है और वह इतनी ताक़त नहीं रखता के सदका दे सकें तो ऐसी हालत में वो बंदा Durood Sharif पढ़ने का एहतमाम करेगा तो उसका दुरुद पढ़ना सदका करने के कायम मकाम बन जाता है.


Durood Sharif Padhne Ki Fazilat Kya Hai


दुरुद शरीफ पढ़ने वाले पर अल्लाह ताला की रहमत बरसती है फरिश्ते की रहम की रहमत की दुआ मिलती है. दुरुद का पढ़ना मौत से पहले जन्नत की बसारत का जरिया है.


अल्लाह के नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर दुरुद पर सलाम भेजने वालों का अल्लाह के नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम खुद जवाब देते है.


अगर आप कोई चीज़ किसी जगह पर रख कर भूल गए है तो दुरुद शरीफ का पढ़ना भूली हुई चीज को याद दिलाने का सबब बनता है. या आप की कोई चीज़ खो गई तो दुरुद शरीफ पढ़ने की बरकत से वो आप की खोई हुईं चीज याद दिलाने का जरिया बनता है और आप की खोई हुईं चीज जरूर मील जाती है.


दुरुद शरीफ पढ़ने वाले के लिए मोहताजी और फकीरी से छुटकारा है,इस अमल की बरकत से अल्लाह ताला गरीबी को दूर करता है.


दुरुद शरीफ पढ़ने वाला शख्स जन्नत में दाखिल होने का रास्ता पा लेता है और दुरुद को न पढ़ने वाला जन्नत के रास्ते से भटक जाता है और जन्नत के रास्ते से दूर हो जाता है.


दुरुद शरीफ पढ़ने वाले की दिल की सख्ती की परेशानी से छुटकारा मील जाता है और दुरुद शरीफ पढ़ने वाले की उमर उसके काम काज में बरकत आ जाती है अल्लाह ताला उसमे बरकत दाल देता है.


Durood shareef ko पाबंदी से पढ़ने वाला पुल सिरात पर आसानी से सहूलत के साथ पार हो जाएगा दुरुद शरीफ का पढ़ना आसानी से pul sirat से आसानी से गुजर ने का जरिया है.


कशरत से दुरुद शरीफ़ का पढ़ना अल्लाह के नबी muhammad sallallahu alaihi wasallam की ज्यारत हो जाने का जरिया भी बनता है.इसमें कोई बाईद नही के आप रात को अपने बिस्तर पर सो जाए और khwab mein allah ke nabi ki ziyarat नसीब हो जाए.


Durood Sharif Padhne Ke Aadab Kya Hai


दोस्तो durud shareef parne ki fazilat kya hai वो आप ने ऊपर पढ़ी अब दुरुद शरीफ पढ़ने के आदाब क्या है वो आप की खिदमत में पेस कर रहा हु समांद फरमाए.


अपने महबूब का जिक्र निहायत ही अदब और एहतेराम के साथ किया जाता है सहाबा र.अ अल्लाह के नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का जिक्र निहायत ही अदब और एहतेराम के साथ किया करते थे.


durood o salam पढ़ने से पहले जहीरी सफाई का एतेमाम करना दुरुद ओ सलाम पढ़ते वक्त जिस्म और लिबास का पाक और साफ़ होना जरूरी है.


जिस जगह पर दुरुद और सलाम पढ़ा जा रहा हो उस जगह का पाक और साफ होना भी जरूरी है,durud o Salam पढ़ते वक्त खुशबू लगाना मुस्तहब है.


durood o salam को बा wuzu हो कर पढ़ना चाहिए अगर चे बगैर wuju के भी दुरुद और सलाम को पढ़ना जायज है लेकिन wuzu के साथ पढ़ेंगे तो आदाब में शामिल होगा और आप को पढ़ने का ज्यादा फायदा होगा.


दुरुद ओ सलाम को पढ़ते वक्त दो जानु या चार जानू बैठ कर किबला की तरफ मुंह कर के पढ़ना चाहिए और पढ़ते वक्त आंखे बंध कर के पढ़ा जाए तो ज्यादा फायदेमंद होता है.


नबी का नाम सुन कर दुरुद शरीफ को पढ़ना वाजिब है जो बंदा नबी का नाम सुने और नबी पर durood न भेजे ऐसे बंदे पर अल्लाह के नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने उसके लिए बद दुआ फरमाई है.


Durood Sharif Padhte Waqt Kya Khayal Rakhna Chahiye


Durud o Salam पढ़ते वक्त दिल और दिमाग को हाजिर रखना बहुत जरूरी है और दिल को तमाम खयालात और दुनियां के कामों के वसवसो से पाक साफ रख कर के पूरी ध्यान और तवज्जु के साथ नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की बारगाह में दुरुद ओ सलाम का हड़िया पेस करना चाहिए.


Durud o Salam जोक और सोख के साथ पढ़ना चाहिए और यक्सूई और ध्यान के साथ पढ़ना चाहिए यानी ध्यान और लगन के साथ पढ़ना चाहीए दुरुद ओ सलाम पढ़ने वाला ये समझे के हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की बारगाह में हाजिर है.


Sabse Afzal Darood Sharif Konsa Hai 


दोस्तो सब से अफजल दुरुद शरीफ जो हम नमाज में पढ़ते है durood E ibrahim हैं और वो ये है


Durood e Ibrahim in Arabic


اللَّهُمَّ صَلِّ عَلَى مُحَمَّدٍ وَعَلَى آلِ مُحَمَّدٍ كَمَا صَلَّيْتَ

عَلَى إِبْرَاهِيمَ وَعَلَى آلِ إِبْرَاهِيمَ، إِنَّكَ حَمِيدٌ مَجِيدٌ اللَّهُمَّ بَارِك عَلَى مُحَمَّدٍ وَعَلَى آلِ مُحَمَّدٍ كَمَا بَارَكْتَ على إِبْرَاهِيمَ وَعَلَى آلِ إِبْرَاهِيمَ، إِنَّكَ حَمِيدٌ مَجِيدٌ


Durood e Ibrahim in English 


Allaahumma salli 'alaa Muhammadinw wa 'alaa 'aali Muhammad, kamaa sallayta 'alaa 'Ibraaheema wa 'alaa 'aali "Ibraaheem, Innaka Hameedun Majeed.


Allaahumma baarik 'alaa Muhammadinw wa 'alaa 'aali Muhammad, kamaa baarakta 'alaa 'Ibraaheema wa 'alaa 'aali Ibraaheem, innaka Hameedun Majeed.


Durood Sharif Padhna Nahi Aata To Kya Kare


अगर आप को ये दुरुद शरीफ याद नही है तो आप सिर्फ सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम इतना भी पढ सकते है ये भी दुरूड शरीफ ही है.इस छोटे से दुरुद शरीफ को पढ़ने पर भी आप का durud shareef अल्लाह के नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की बारगाह में पेस किया जाएगा.


और durood shareef ko padhne ki barkat se अल्लाह ताला आप की तमाम परेशानियों को दूर फरमा देंगे.और अल्लाह ताला आप की दुनिया भी बेहतर बनाएगा और आखिरत भी बेहतर बनाएगा इंशा अल्लाह.


अल्लाह ताला हम सब को कही सुनी बातो पर अमल करने की और कसरत से Durood e paak को पढ़ने की तौफीक अता फरमाए और अमल करते हुए दूसरो तक इस पोस्ट को shere करने की तौफीक अता फरमाए आमीन.


Canclusan 


दोस्तो आज हमने durood shareef se success pane ka wazifa kya hai और दुरुड ओ सलाम पढ़ने के आदाब और fazilat क्या है वो सिखा उम्मीद करता हु आप को समझ में आ गया होगा अगर फिर भी आप का कोई सवाल है तो हमे कमेंट कर के पूछ सकते है.






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