Astaghfirullah Ko Padhne Ki Fazilat Kya Hai

 दोस्तो आज हम astaghfirullah ko padhne ki fazilat kya hai और astaghfirullah ki fazilat kya hai इस टॉपिक पर बात करने वाले है दोस्तो हम लोग बड़े बड़े wazifa को पढ़ते है कभी pareshani ko dur karne ke liye wazifa पढ़ते है और  कभी musibat ko dur karne ke liye wazifa पढ़ते है चाहे किसी भी तरह की परेशानी हो लेकिन हम सब से छोटी और तकातवर दुआ की अहमियत को हम भूल जाते है ये दुआ ऐसी है जो छोटे बड़े बूढ़े मर्द औरत सब को याद होती है ये एक छोटी सी ऐसी पावरफुल दुआ है जिसकी मदद से हमारे हजारों मसाइल इस दुआ की बरकत से अल्लाह ताला दूर फरमा देते है तो दोस्तो आज की ब्लॉग पोस्ट में हम वो छोटी सी दुआ कौनसी है वो सिखते है

astaghfirullah ko padhne ki fazilat kya hai


Astaghfirullah Ko Padhne Ki Fazilat Kya Hai


दोस्तो वो छोटी सी दुआ जिसको पढ़ने से हमारी सारी टेंशन और परेशानियाँ दूर हो सकती है वो दुआ है अस्तगफार यानी Astaghfirullah जिसका तर्जुमा है में अल्लाह ताला से माफी चाहता हु.


इस विडियो में हम सीखेंगे के astaghfirullah padhne ke kya fayde hain और astaghfirullah padhne ka tarika kya hai और अल्लाह के नबी नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम किस तरह अस्तगफार को पढ़ते थे.


Astaghfar Padhne Ke Fayde Our Fazail Kya Kya Hai


मेरे प्यारे दोस्तो ये बात जान लीजिए के Astaghfar राहत और खुशी का दरवाजा है,आप के बड़े बड़े काम अटक गए है या फिर आप किसी परेशानी में मुब्तिला हो चुके है आप को इसमें से निकल ने का कोई रास्ता नजर नही आ रहा है तो आप पहली फुरसत में Astaghfar को पढ़ना शुरू कर दीजिए.


तो अल्लाह ताला आप को Astaghfar पढ़ने की बरकत से शुकून वाली जिंदगी अता फरमाएगा और आप की सारी टेंशन परेशानी को दूर फरमा देगा Insha allah.


अल्लाह ताला आप को दिल में इत्मीनान नसीब करेगा और आप के सारे गम को दूर फरमाएगा और आप को खुशी अता फरमाएगा.


Pareshani Se Chutkara Pane Ka Wazifa Kya Hai


दोस्तो हमारी बहुत सारी परेशानी का एक ही इलाज है hazrat hasan basri r.a के पास एक आदमी आया उसने बारिश न पड़ने की वजह से हर तरफ सुखा पड़ जाने की शिकायत की तो हजरत हशन बशरी र.अ ने उस आदमी को अस्तगफार पढ़ने की नसीहत की.


दुसरा बंदा आया उसने हजरत को तंग दस्ती की शिकायत की में गरीब हु न मेरे पास माल और दौलत है न मेरे पास खाने पीने के लिए कोई सामान है तो आप ने उस बंदे को अस्तग्फार पढ़ने का हुक्म फरमाया.


फिर तीसरा शख्स हजरत हशन बशरी र.अ के पास आया उस आने वाले शख्स ने हजरत के सामने aulad न होने की शिकायत की मेरी शादी को काफी शाल हो चुके है लेकिन मुझे अभी तक कोई aulad नही है आप कोई दुआ फरमाए या कोई aulad ke liye wazifa बताए जिसके जरिए से मुझे ओलाद की दौलत हासिल हो जाए तो आप ने उसको भी इस्तिग्फार पढ़ने का हुक्म दिया.


फिर चौथा शख्स हजरत की खिदमत में हाजिर हुआ और उसने अपनी जमीन में काम पैदावार होने की फरियाद की मेरी जमीन से निकलने वाले अनाज में बरकत नहीं हो रही है इसके लिए आप मुझे कोई वजीफा बताए तो हज़रत ने इनको भी इस्तिग्फार पढ़ने का हुक्म दिया.


एक अल्लाह के वली उस जगह पर हाजिर थे उन्होंने ये सारा मंजर अपनी आंखो से देखा के जो कोई भी अपनी परेशानी ले कर आता है तो हजरत उसको इस्तिग्फार पढ़ने का हुक्म फरमाते है ये क्या मांजरा है ?


उन्होंने हजरत से अर्ज किया हजरत आप के पास कुछ लोग आए उन्होंने अपनी अपनी परेशानी पेस की आप ने सब को ही एक ही जवाब दिया के इस्तिग्फार करो?


तो इसके जवाब में हजरत ने कुरान की एक आयत पढ़ी जिसके अंदर हजरत नूह अलायहिस्लाम की तरफ़ मानसूब है उन्होने अपने लोगो से कहा के तुम अपने रब से माफी मांगो बेशक वो बड़ा मूआफ करने वाला है


तुम पर मुसला धार बारिश भेजेगा और माल और बेटों से तुम्हारी मदद करेगा और तुम्हारे लिए बागाट बना देगा और तुम्हारे लिए और तुम्हारे लिए नेहरे बनाएगा.


Astaghfar Padhne Ke Fayde Kya Kya Hai


दोस्तो इस्तिग्फार को पढ़ने फायदे बे सुमार है यहां पर कुछ फायदे नमूने के तौर पर आप की खिदमत में पेस कर रहा हु.


1 इस्तिग्फार आप को रंज और गम से छुटकारा दिलाता है इसको पढ़ने की बरकत से आप की मुश्किल और परेशानी दूर होती है राहत , चैन और सुकून वाली जिंदगी अता होती है



2 इस्तिग्फार roji और बरकत का दरवाजा खोलता है यानी इस्तिग्फार को पढ़ने से आप की रोजी में इजाफा होता आप को आसानी और सहूलत के साथ रोजी मिलती है और आप की जिंदगी में हर तरफ से बरकत होती है.


3 इस्तिग्फार बारिश बरसा ने के लिए बहुत ही बेहतरीन जरिया है बारिश मिट्टी के लिए जीवन है इस को पढ़ने की बरकत से बारिश के लिए रुकावट दूर होती है.


4 इस्तिग्फार को पढ़ने की बरकत से अल्लाह ताला पढ़ने वाले बंदे के गुनाहों को माफ कर देता है और इस्तिग्फार की कसरत करने से अल्लाह ताला का गजब और गुस्सा दूर होता है इस्तिग्फार पढ़ने का अमल इस के लिए बहुत ही अच्छा है.


5.इस्तिग्फार को पढ़ने का अमल हमारी दुआ अल्लाह ताला की बारगाह में क़ुबूल हो उसके लिए हमारी मदद करता है.हम जितना ज्यादा इसको पढ़ने का एहतमाम करेंगे अल्लाह ताला हमारी dua को उतना जल्दी कुबूल फरमाएगा.


Rizk Ki Tangi Ho To Kya Kare


दोस्तो hazrat imam jafar sadiq razi allah tala anhu ने ईरशाद फरमाया जिस के rizk me tangi हो तो उसको चाहिए के कसरत से इस्तिग्फार पढ़ा करे insha allah उसकी roji ki pareshani दूर हो जाएगी.


एक हदीस का खुलासा है के allah ke nabi sallallahu alaihi wasallam ने ईरशाद फरमाया के जो शख़्स पाबंदी के साथ इस्तिग्फार करता है तो अल्लाह ताला उसके लिए har gam se nijat अता फरमा देता है और har mushkil से निकलने का रास्ता बना देता है और उसको ऐसी जगह से रोजी देता है के उसके वहम और ख्याल में नही नही होता.


Astaghfar Padhne Ka Tariqa Kya Hai


दोस्तो इस्तिग्फार को पढ़ने का कोई ख़ास तरीका शरियत में नही आया है जो इस्तिग्फार दुआ के साथ hadees shareef में आए है उसको जब भी मौका मिले पढ़ सकते है या अपने अल्फाज में अल्लाह ताला से इस्तिग्फार यानी अपने गुनाहों की माफी अल्लाह ताला से मांग सकते है.


दोस्तो आप panch waqt ki namaz के बाद तीन मर्तबा इस्तिग्फार को पढ़े ये सुन्नत है इस लिए आप हर नमाज के बाद तीन मर्तबा इस्तिग्फार पढ़ने की आदत डाले.


अल्लाह के रशूल सल्लाहूअलयहीवसल्लम का फरमान है खुदा को कसम के में दिन में 70 से ज्यादा मर्तबा में अल्लाह ताला से इस्तिग्फार करता हु और उसकी बारगाह में तौबा करता हु.


Astaghfirullah Ke Alfaz Kya Hai


दोस्तो इस्तिग्फार के कालीमत बहुत है आप जिसे चाहे पढ़ सकते है नमूने के तौर पर में यहां तीन इस्तिग्फार आप की खिदमत में पेस करता हु आप इसे भी पढ़ सकते है.


اسْتَغْفِرُ اللهَ الَّذِي لَا إِلَهَ إِلَّا هُوَ الْحَيُّ الْقَيُّومُ وَاتُوْبُ إِلَيْهِ


Astaghfirullah al-Azeem al-lazi la ilaha illa Huwal-Hayyul-Qayyum wa atubu ilaih


اسْتَغْفِرُ اللَّهَ رَبِّي مِنْ كُلِّ ذَنْبٍ وَاتُوبُ إِلَيْهِ


Astaghfirullah Rabbi Min Kulli Zambiyon wa Atubu ilaihi


رَبِّ اغْفِرْ لِي وَتُبْ عَلَى إِنَّكَ أَنْتَ التَّوَّابُ الرَّحِيمُ


Rabb ighfir li wa tubb 'alayya, innaka anta al-tawab al-raheem.


Astaghfirullah Ham Ko Kab Padhna Chahiye


मेरे प्यारे दोस्तो Astaghfirullah पढ़ने का कोई खास वक्त मुताय्यन नही है आप चकते फिरते उठते बैठते इस्तिग्फार को पढ़ सकते है और अपने गुनाहों की माफी अल्लाह ताला से मांग सकते है.


आप दिन के शुरू हिस्से में और रात को सोने से पहले इस्तिग्फार की तस्बीह जरूर पढ़ने की आदत डाले जितना आप से हो सके पढ़ने का मामूल बनाए.


सुबह से लेकर रात के वक्त में याद करे के आप से कितने गुनाह के काम किए है और अल्लाह को नाराज किया है आप उन तमाम गुनाहों से अल्लाह ताला की बारगाह में माफी मांगिए या अल्लाह मेरे ये सारे गुनाह माफ कर दे आइंदा ऐसा नहीं होगा मुझसे गुनाह करने की आदत छुड़ा दे.


इस अमल की बरकत से आप जिंदगी खुशगवार बन जाएगी और आप की तमाम परेशानियां खत्म हो जाएगी अल्लाह ताला हम तमाम को इस पर अमल करने की तोफिक अता फरमाए आमीन.


इस अमल पर आप खुद भी अमल करे और अमल करते हुए अपने दोस्तो को भी इस पोस्ट को शेयर जरूर करे टाके वो भी इस्तिग्फार की कसरत कर के अपने गुनाहों से माफी मांगने वाले बने और हमारे लिए नजात का जरिया बने.


Canclusan 


दोस्तो आज हमने astaghfirullah ko padhne ki fazilat kya hai इस टॉपिक पर बात की उम्मीद करता हु आप को समझ में आ गया होगा अगर आप हम से कुछ पूछना चाहते है तो कॉमेंट कर के पूछ सकते है और इस्लामिक पोस्ट पढ़ने के लिए हमारी चैनल को सब्सक्राइब जरूर करे.














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